Bhadrapada Month 2024: भाद्रपद महीना त्रिपुष्कर योग में मंगलवार से शुरु हुआ। पहले दिन कजलिया पर्व मनाया गया। भाद्रपद महीने का खास महत्व है। इस महीने भगवान श्रीकृष्ण और श्रीगणेशजी को समर्पित होता है। बताया जा रहा है कि भाद्रपद का महीना 20 अगस्त से 18 सितंबर तक चलेगा।
हिंदू धर्म में भाद्रपद माह का बहुत ही खास महत्व है। भाद्रपद महीने को भादो मास के नाम से भी जाना जाता है। ये पूरा महीना कृष्ण की भक्ति को समर्पित होता है। भाद्रपद मास में हिंदू धर्म के अनेक बड़े व्रत-त्योहार पड़ते हैं। इस माह में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, कजरी तीज, हरतालिका तीज, गणेशोत्सव, अजा एकादशी, ऋषि पंचमी जैसे त्योहार पड़ते हैं।
लड्डू गोपाल की स्थापना होती है
भाद्रपद में घर पर लड्डू गोपाल की स्थापना की जाती है। इस महीने में कृष्ण की पूजा करने से साधक को धन की प्राप्ति होती है और परिवार में सुख, समृद्धि आती है। भाद्रपद महीने में गणेश चतुर्थी पर दस दिनों का गणेशोत्सव भी मनाया जाता है।भाद्रपद मास, चातुर्मास के चार पवित्र माहों का दूसरा माह है जो धार्मिक तथा व्यावहारिक नजरिए से जीवनशैली में संयम और अनुशासन को अपनाना दर्शाता है।
भाद्रपद माह के व्रत-त्योहार
- 22 अगस्त गुरुवार – कजरी तीज, बहुला चतुर्थी, हेरंब संकष्टी चतुर्थी
- 24 अगस्त शनिवार- बलराम जयंती
- 25 अगस्त रविवार – भानु सप्तमी
- 26 अगस्त सोमवार- कृष्ण जन्माष्टमी
- 29 अगस्त गुरुवार – अजा एकादशी
- 31 अगस्त शनिवार- प्रदोष व्रत
- 2 सितंबर सोमवार – पिठोरी अमावस्या
- 6 सितंबर शुक्रवार- वराह जयंती, हरतालिका तीज
- 7 सितंबर शनिवार- गणेश चतुर्थी
- 8 सितंबर रविवार- ऋषि पंचमी
- 10 सितंबर मंगलवार- ललिता सप्तमी
- 11 सितंबर बुधवार- महालक्ष्मी व्रत आरंभ, दूर्वा अष्टमी, राधा अष्टमी
- 14 सितंबर शनिवार- परिवर्तिनी एकादशी
- 15 सितंबर रविवार- वामन जयंती, प्रदोष व्रत
- 16 सितंबर सोमवार – विश्वकर्मा पूजा, कन्या संक्रांति
- 17 सितंबर मंगलवार – गणेश विसर्जन, अनंत चतुर्दशी, पूर्णिमा श्राद्ध
- 18 सितंबर बुधवार – पितृ पक्ष प्रारंभ, आंशिक चंद्र ग्रहण, भाद्रपद पूर्णिमा