शादी में और खासतौर भारतीय शादियों में सदियों से दुल्हन द्वारा लाल रंग का जोड़ा पहनने की परंपरा है। इसके पीछे कई कारण हैं, जिसमें से एक इसे सुहाग का रंग माना जाना है। वहीं ज्योतिष भी कहते हैं कि लाल रंग मंगल ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है और शादी के लिए मंगल ग्रह की स्थिति बहुत महत्व रखती है। इसलिए कुंडली मिलान करते समय मंगल जरूर देखा जाता है। शादी के समय ऊर्जा का संतुलन बना रहे इसलिए दुल्हन को लाल जोड़ा पहनने के लिए कहा जाता है।
इसके अलावा मां लक्ष्मी के वस्त्र भी लाल रंग के होते हैं। चूंकि घर की बहू को लक्ष्मी माना जाता है इसलिए विवाह के समय उसका लाल रंग पहनना बहुत शुभ माना जाता है। साथ ही लाल रंग सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार करता है। दुल्हन को लाल रंग के जोड़े में देखकर उसके परिवार, ससुराल के लोग, रिश्तेदारों को पॉजिटिविटी मिलती है।