नई दिल्ली: देश के सबसे सम्मानित कारोबारियों में से एक और दिग्गज कारोबारी समूह टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा का बुधवार (9 अक्टूबर 2024) को निधन हो गया. वो 86 वर्ष के थे और उनके जाने के बाद टाटा संस के विशाल साम्राज्य को कौन संभालेगा, इसको लेकर कयास लग रहे हैं.
रतन टाटा को उनके परोपकारी कार्यों के लिए भी जाना जाता है और वो भारत के सबसे ज्यादा दान देने वाले उद्योगपतियों में से एक थे. टाटा ट्रस्ट के जरिए अपने जीवनकाल में रतन टाटा ने एजूकेशन, हेल्थकेयर, रूरल डेवलपमेंट और डिजास्टर रिलीफ के लिए काफी सहायता दी हैं. रतन टाटा ने कभी शादी नहीं की थी और उनके कोई संतान नहीं हैं, लिहाजा उनकी मौत के बाद कौन उनकी संपत्ति का वारिस होगा, ये सवाल सबके मन में है.
रतन टाटा के जाने के बाद उनके कारोबार की बागडोर किसके पास रहेगी, इसके लिए उनके परिवार के बारे में जानने की जरूरत है. रतन टाटा के माता-पिता का नाम नवल टाटा और सोनी था, जिनका डाइवोर्स 1940 के दशक के आसपास हो गया था जिसके बाद नवल टाटा ने स्विस महिला सिमोन से 1955 में शादी की. उनके एक बेटे का नाम नोएल टाटा है। रतन टाटा के संतान नहीं है, इसीलिए उनके सौतेले भाई नोएल टाटा के रिश्तेदारों के पास ये अरबों की संपत्ति जाने की ज्यादातर संभावना है. नोएल टाटा के तीन बच्चे हैं जिनके नाम माया, नोएल और लिआ टाटा हैं.
लीआ टाटा
नेविल और माया टाटा की बहन लीआ टाटा (39 साल) इस ग्रुप के होटल व्यवसाय से जुड़ी हुई हैं. उन्होंने स्पेन के आईई बिजनेस स्कूल से शिक्षा प्राप्त की. उन्होंने ताज होटल्स रिसॉर्ट्स एंड पैलेसेस में काम किया और अब इंडियन होटल कंपनी के संचालन को मैनेज करती हैं. उन्होंने 2010 में लुई वुइटन में कुछ समय के लिए इंटर्नशिप भी किया, लेकिन उनका पूरा फोकस होटल इंडस्ट्री पर ही रहा.
नोएल टाटा
माया टाटा के भाई नोएल टाटा (32 वर्ष) पारिवारिक बिजनेस में ही शामिल हैं. उन्हें भी रतन टाटा के साम्राज्य का उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जा रहा है. उनकी शादी टोयोटा किर्लोस्कर ग्रुप की उत्तराधिकारी मानसी किर्लोस्कर से हुई है और उनका एक बेटा है जिसका नाम जमशेद टाटा है. नेविल टाटा स्टार बाजार का नेतृत्व कर रहे हैं, जो ट्रेंट लिमिटेड के तहत एक हाइपरमार्केट सीरीज है. पहले उन्हें पैकेज्ड फूड और बेवरेज डिवीजन का प्रबंधन सौंपा गया था, जिसमें अपनी क्षमता प्रूफ करने के बाद उन्होंने जूडियो और वेस्टसाइड का कार्यभार भी संभाला. कई विशेषज्ञ तो यह भी मानते हैं कि उन्हें टाटा समूह के उत्तराधिकारी के रूप में तैयार किया जा रहा था.
माया टाटा
रतन टाटा के सौतले भाई नोएल टाटा की बेटी माया टाटा के पास रतन टाटा की संपत्ति जाने की संभावना है. 34 वर्षीय माया बेयस बिजनेस स्कूल और वारविक यूनिवर्सिटी से डिग्री हासिल की हैं. टाटा अपॉर्च्यूनिटी फंड के साथ उन्होंने अपना करियर शुरू किया था, जिसके बाद वह टाटा डिजिलट में चली गईं, जहां उन्होंने Tata Neu ऐप को डेवलप और लॉन्च करने में अहम भूमिका निभाई थी. वर्तमान में वह अपने भाई-बहनों के साथ टाटा मेडिकल सेंटर ट्रस्ट के बोर्ड में काम करती हैं. माया टाटा की मां टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन दिवंगत साइरस मिस्त्री की बहन और दिवंगत अरबपति पालोनजी मिस्त्री की बेटी हैं.