हिंदू धर्म में हर संक्रांति का अपना महत्व है. ज्योतिष अनुसार सूर्य जब भी अपनी राशि परिवर्तन करते हैं, तो उसे संक्रांति कहते हैं. इस बार सूर्य देव कर्क राशि में प्रवेश कर रहे हैं. इसलिए इसे कर्क संक्रांति के नाम से जाना जाएगा. हिंदू धर्म में मकर संक्रांति और कर्क संक्रांति ही खास हैं. कर्क संक्रांति से दिन छोटे और रातें लंबी होने लगती हैं. इस बार सूर्य देव कर्क राशि में 16 जुलाई को प्रवेश कर रहे हैं. इस दिन सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व बताया जाता है. मान्यता है कि इस दिन सूर्य देव को जल अर्पित करते समय विशेष मंत्रों का जाप करने से लाभ होता है. आइए जानें इन मंत्रों के बारे में.
कर्क संक्रांति पर सूर्य देव को अर्घ्य देते समय करें इन मंत्रों का जाप
ॐ हृों खगाय नम:
व्यक्ति की शारीरिक ऊर्जा में वृद्धि और बुद्धि के विकास के लिए इस मंत्र का जाप करें.
ॐ हृां मित्राय नम:
इस मंत्र के जाप से स्वास्थ्य लाभ होता है. साथ ही, हृदय की शक्ति में बढ़ोतरी होती है.
ॐ हृीं रवये नम:
ट्यूबरक्लॉसिस जैसी गंभीर बीमारी से लड़ने के लिए इस मंत्र का जाप करें. इससे जल्द छुटकारा मिलेगा. इतना ही नहीं, इस मंत्र से व्यक्ति को कफ की समस्या से मुक्ति मिलती है. रक्त संचार अच्छा होता है.
ॐ हूं सूर्याय नम:
मन को शांत करने के लिए सूर्य देव के इस मंत्र का जाप करें.
ॐ ह्रां भानवे नम:
ज्योतिष अनुसार मलाशय और मूत्राशय से संबंधित रोगों से मुक्ति के लिए इस मंत्र का जाप आवश्यक है.
ॐ ह्रां हिरण्यगर्भाय नमः
छात्रों के लिए इस मंत्र का विशेष महत्व है. इस मंत्र के जाप से बौद्धिक विकास और स्मरण शक्ति बढ़ती है.
ॐ हृ: पूषणे नम:
इस मंत्र से धैर्य और संयम रखने की क्षमता में वृद्धि होती है. इतना ही नहीं, ऊर्जावान रहने में मदद मिलती है.
ॐ भास्कराय नमः
कर्क संक्रांति के दिन इस मंत्र के जाप से शरीर आंतरिक रूप से स्वच्छ होता है.
ॐ आदित्याय नमः
आर्थिक समस्याओं से निजात पाने के लिए 16 जुलाई को अर्घ्य देते समय इस मंत्र का जाप करें. इससो धन की समस्याओं से छुटकारा मिलता है.
ॐ अर्काय नमः
मानसिक तौर पर मजबूती के लिए इस मंत्र का जापकरें. इससे जीवन में आ रही सभी समस्याओं से छुटकारा मिलता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. NEWSTODAYCG इसकी पुष्टि नहीं करता है.)