कहां पहुंचा चक्रवाती तूफान असानी? कितनी मचा रहा तबाही, पढ़िए अपडेट्स

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बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने चक्रवाती तूफान ‘असानी’ का असर आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और आस-पास के राज्यों में दिखना शुरू हो गया है. मौसम विभाग के मुताबिक, तेज हवाओं के साथ बारिश की गतिविधियां जारी हैं. साथ ही तूफान के मद्देनजर कई फ्लाइट्स रद्द कर दी गई हैं. चक्रवात असानी से जुड़े अपडेट्स के लिए इस पेज को रिफ्रेश करते रहें.

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चक्रवात ‘असानी’ विशाखापट्टनम से लगभग 330 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में है. सीक्लोने आसानी के आज, 10 मई 2022 की रात तक उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ने की संभावना है. इसके बाद इसके उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने की संभावना है. असानी की चेतावनी के बीच ओडिशा से लेकर आंध्र प्रदेश तक राज्य सरकारें अलर्ट पर हैं.

चक्रवात ‘असानी’ विशाखापट्टनम से लगभग 330 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में है. सीक्लोने आसानी के आज, 10 मई 2022 की रात तक उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ने की संभावना है. इसके बाद इसके उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने की संभावना है. असानी की चेतावनी के बीच ओडिशा से लेकर आंध्र प्रदेश तक राज्य सरकारें अलर्ट पर हैं.

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आंध्र की ओर बढ़ रहा चक्रवात असानी, प्रदेश में रेड अलर्ट जारी
IMD वैज्ञानिक, संजीव द्विवेदी ने बताया कि चक्रवात असानी आंध्र कोस्ट की तरफ बढ़ रहा है. आंध्र प्रदेश में इसके चलते रेड अलर्ट जारी कर दिया हया है. तूफान कल सुबह काकीनाड़ा या विशाखापट्टनम के पास पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंच सकता है.

आंध्र प्रदेश में आज भारी बारिश की संभावना
आंध्र प्रदेश में IMD ने जानकारी दी है कि श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापत्तनम, पूर्वी गोदावरी, कृष्णा, गुंटूर और पश्चिम गोदावरी जिलों में बुधवार सुबह 8.30 बजे तक 40-50 किमी प्रति घंटे से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.

चक्रवात ‘असानी’ के चलते चेन्नई के कई इलाकों में भारी बारिश: चक्रवात ‘असानी’ के कारण चेन्नई में मंगलवार को भारी बारिश हुई है. मौसम विभाग के मुताबिक, चेन्नई में अगले 48 घंटे तक घने बादल छाए रह सकते हैं.

चक्रवाती तूफान ने बदला मौसम का मिजाज, 8 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट  जारी - cyclonic-storm-changed-the-weather-patterns-alert-release

आंध्र प्रदेश के कुछ इलाकों में 11 मई की सुबह तक होगी बारिश
: मौसम विभाग की मानें तो चक्रवात ‘असानी’ के कारण आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में 11 मई की सुबह तक तेज हवाएं और बारिश होत सकती है. इस दौरान 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.

मछुआरों को समंदर किनारे ना जाने की सलाह
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, चक्रवात असानी के असर से समंदर में हलचल तेज होने की संभावना के बीच मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक तट से दूर रहने को कहा गया है. तटीय क्षेत्रों और समुद्री तटों में पर्यटन संबंधी गतिविधियों को 13 मई तक निलंबित रखने का सुझाव भी दिया गया है.

विशाखापट्टनम एयरपोर्ट पर भी रद्द हुईं कई फ्लाइट्स
असानी के असर को देखते हुए IndiGo ने विशाखापट्टनम एयरपोर्ट पर आने-जाने वाली 23 फ्लाइट्स रद्द कर दी हैं. विशाखापट्टनम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निदेशक श्रीनिवास ने बताया कि विशाखापट्टनम एयरपोर्ट पर सभी 6E फ्लाइट्स को कल तक के लिए रद्द कर दिया गया है.

चक्रवात असानी को लेकर अलर्ट पर गंजाम प्रशासन
चक्रवात असानी के चलते ओडिशा के गंजाम में प्रशासन ने गोपालपुर समेत सभी समुद्र तटों को आज और कल के लिए बंद करने का ऐलान किया है.

कोलकाता में असानी की वजह से भारी बारिश
तूफान असानी की वजह से कोलकाता में भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. कोलकाता के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं.

तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी बारिश
चक्रवाती तूफान असानी सीक्लोने आसानी के असर से तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी तेज हवाएं चलने के साथ बारिश हो रही है. चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर, चेंगलपट्टू, विल्लुपुरम, कुड्डालोर, नागपट्टिनम, तिरुवरूर, अरियालुर, पेरम्बलुर, तिरुचिरापल्ली, नमक्कल, पुदुकोट्टई, सलेम, धर्मपुरी में मौसम का मिजाज बदला है. स्थानीय मौसम विभाग के मुताबिक, इरोड, कृष्णागिरी, थिरुपत्तूर, वेल्लोर, रानीपेट, तिरुवन्नामलाई, थिरुपुर, थेनी, मदुरै, शिवगंगई, विरुधुनगर, रामनाथपुरम और आस-पास के इलाकों में अगले कुछ घंटे बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी.

ओडिशा-आंध्र प्रदेश में दिखने लगा ‘असानी’ का असर
चक्रवाती असानी के असर से आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम औप ओडिशा के तट पर तेज हवाएं चल रही हैं. मौसम विभाग (IMD) की ओर से तूफान की चेतावानी को देखते हुए ओडिशा सरकार अलर्ट पर है. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, चक्रवात असानी के 10 मई की रात तक उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने और उत्तरी आंध्र प्रदेश तथा ओडिशा के तटों से पश्चिम मध्य और इससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की संभावना है