पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि राज्य में रेहड़ी वालों को बेदखल करना हमारी सरकार का लक्ष्य नहीं हैं। इसके साथ ही उन्होंने रेहड़ी-पटरी वालों को अपने सामान-दुकान के साथ फुटपाथ और सड़क खाली करने के लिए एक महीने का समय भी दिया है। बता दें कि ममता बनर्जी का ये बयान उस वक्त आया है, जब राज्य के कई हिस्सों में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
ममता ने की अतिक्रमण पर समीक्षा बैठक
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में रेहड़ी वालों के अतिक्रमण पर समीक्षा करते हुए इस मामले में सर्वेक्षण करने और 15 दिनों के अंदर रिपोर्ट सौंपने के लिए एक समिति का भी गठन किया। उन्होंने कहा कि राज्य में सरकार फेरीवालों के लिए जोन की पहचान करेगी, उनके रहने के लिए घर और उनके सामान रखने के लिए गोदाम बनाने और उन्हें पहचान पत्र जारी करेगी।
एक महीने तक कोई कार्रवाई नहीं होगी- सीएम
इस समीक्षा बैठक के दौरान तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष बनर्जी ने कहा, मुझे किसी की आय का स्रोत छीनने या किसी को बेरोजगार करने का कोई अधिकार नहीं है। राज्य में लाखों लोग फेरी लगाकर अपना परिवार चलाते हैं। इस दौरान उन्होंने साफ किया एक महीने तक कोई कार्रवाई नहीं होगी लेकिन इस महीने के दौरान फेरीवालों को फुटपाथ खाली करना होगा। हम एक सर्वेक्षण करेंगे और सरकार देखेगी कि वैध फेरीवालों को कहां रखा जा सकता है। उनके लिए गोदाम भी बनाए जाएंगे। लेकिन सड़कों पर कब्जा नहीं किया जा सकता। अगर नए फेरीवाले ऐसा करते हुए पाए गए, तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
अतिक्रमण के लिए नेता और पुलिसवाले जिम्मेदार- सीएम
राज्य में फेरीवालों के अतिक्रमण के संबंध में हुई इस बैठक में वरिष्ठ मंत्री, शासकीय और पुलिस अधिकारी के साथ सभी निगमों के मेयर और नगर पालिकाओं के अध्यक्ष मौजूद थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जोर देकर कहा कि सड़कों पर कब्जा करने के लिए नेता और पुलिसकर्मी जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा, कि पार्षदों को शुरू से ही इस पर नजर रखनी चाहिए थी। लेकिन वे इसे देखते ही नहीं।
अगर कोई पार्षद किसी नए फेरीवाले को ऐसा करने में मदद करता है, तो उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इलाके के नेता पहले फेरीवालों से पैसे लेते हैं और उन्हें बैठने और व्यवसाय करने देते हैं। उसके बाद वे उन्हें बुलडोजर से गिरा देते हैं, राज्य में इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती।
‘किसी को भी सड़कों पर कचरा फैलाने की अनुमति नहीं’
ममता बनर्जी ने आगे कहा, कि फेरीवालों को दोष देने का क्या फायदा? यह हमारी गलती है। हम न्यू मार्केट इलाके में इमारत क्यों नहीं बना रहे हैं? फेरीवालों को वहां शिफ्ट किया जाएगा। ब्रिटिश शासन के दौरान बनाया गया न्यू मार्केट, जो पहले हॉग मार्केट के नाम से जाना जाता था, ये कोलकाता के बीचों-बीच खुले क्षेत्र में एक मार्केट कॉम्प्लेक्स है।
न्यू मार्केट का इलाका फेरीवालों से भरा रहता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह एक महीने में फिर इस स्थिति की समीक्षा करेंगी। उन्होंने इस दौरान कोलकाता और उसके आसपास के सभी अवैध पार्किंग स्थलों को हटाने का भी आदेश दिया। आखिर में उन्होंने कहा कि उनकी सरकार किसी को भी सड़कों पर कचरा फैलाने की अनुमति नहीं देगी।