दिल्ली/रायपुर : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का पक्ष रखते हुए आपने अक्सर आरपी सिंह का नाम पढ़ा और सुना होगा। कई टीवी चैनेलो में कांग्रेस का पक्ष रखते हुए पार्टी प्रवक्ता आरपी सिंह विपक्षी दलों पर हमले करते हुए भी अक्सर नजर आते है।इन दिनों आरपी सिंह और कोयला दलाल सूर्यकांत तिवारी के बीच आर्थिक लेन-देन वाली दास्तान खूब सुर्खियां बटोर रही है।
बताते है कि आरपी सिंह के साथ इदरीश गांधी भी चर्चा में है। सरकार ने हाल ही के महीनो में इदरीश गाँधी को उर्दू अकादमी का चेयरमैन भी नियुक्त किया था। इसके पूर्व इदरीश कांग्रेस संचार विभाग का कामकाज देख रहे थे। अब जनता की सेवा का मेवा भी इन दोनों नेताओं को किस तरह से मिल रहा था,इसकी बानगी भी देखिए।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खास लोगो में आरपी सिंह की गिनती होती है। बीजेपी शासन काल में गलत बयानबाजी के लिए आरपी सिंह को मानहानि के एक मामले में 6 माह की सजा हुई थी। उनके खिलाफ तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह के प्रमुख सचिव अमन सिंह ने मानहानि का मुकदमा किया था। इसके उपरांत आरपी सिंह अपने बचाव में जुट गए थे।
बताते है कि उन्होंने अमन सिंह से माफ़ी मांग कर जैसे-तैसे मामले से अपना पीछा छुड़ाया था। कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद आरपी सिंह ने स्वास्थ मंत्री टीएस सिंहदेव का दामन थाम लिया था। वे अचानक उस समय चर्चा में आए जब कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह और टीएस सिंहदेव के बीच संघर्ष छिड़ा था।
बताते है कि इस दौरान आरपी सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समर्थन में अपना झंडा बुलंद किया था। जानकारी के मुताबिक सिंहदेव पर गंभीर आरोप लगाने वाली विधायक बृहस्पति सिंह की प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरपी सिंह भी शामिल नजर आए थे।बताते है कि इन दिनों आरपी सिंह रायपुर के डीडी नगर इलाके में अपनी आलीशान कोठी तानने में व्यस्त है।
प्रवर्तन निदेशालय की चार्जशीट में कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह का नाम उस डायरी में दर्ज है,जिन्हे कोयला दलाल सूर्यकांत तिवारी द्वारा उपकृत किया जाता था। इस डायरी में आरपी सिंह के हिस्से आई रकम रूपए 10 लाख दर्ज है। ED ने सुपर सीएम सौम्या चौरसिया के खिलाफ पेश की गई चार्जशीट में उन पन्नो का हवाला भी दिया है,जिसमे कई कांग्रेसी नेताओ को दी जाने वाली नगद रकम का हिसाब-किताब दर्ज है। डायरी के इस पन्ने में आरपी सिंह को दिनांक 10/06/2021 को दी गई 10 लाख की एंट्री साफ़-साफ़ नजर आती है।
सिर्फ सूत्र ही नहीं बल्कि कई कार्यकर्ता तस्दीक कर रहे है कि सूर्यकांत की डायरी में दर्ज आरपी सिंह और कोई नहीं बल्कि कांग्रेस प्रवक्ता ही है। जबकि,इदरीश गांधी की शिनाख्ती भी उर्दू अकादमी के अध्यक्ष के रूप में की जा रही है। बताते है कि सूर्यकांत से नजदीकी संबंधो के चलते लाभान्वित होने वालो की सूची में कई और नाम भी शामिल है। डायरी के पन्ने में एक अन्य नाम विनोद तिवारी का है। दिनांक 10/06/2021 को कांग्रेस नेता विनोद तिवारी को 10 लाख दिए जाने की एंट्री है। हालाँकि इस पर कलम चलाकर एंट्री काटी भी गई है। इस पर केंसल भी लिखा है।जबकि एक अन्य एंट्री में विनोद तिवारी को 5 लाख रूपए दिए जाने का हवाला भी दर्ज है।
दिलचस्प बात यह है कि ED को लेन-देन संबंधी दस्तावेज और मोबाइल चैट हासिल होने के बावजूद भी आरोपी सौम्या चौरसिया पूछताछ के दौरान ED को गुमराह करते रही। उसने आरपी सिंह,इदरीश गांधी,विनोद तिवारी समेत तमाम लोगो को पहचानने तक से इंकार किया था। जबकि ED रिमांड के दौरान अदालत में पेशी के लिए पहुंची सौम्या चौरसिया और आरपी सिंह कोर्ट परिसर में ही गुफ्तगू करते नजर आए थे।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन से पूर्व पार्टी के कई नेता ED की चार्जशीट को लेकर दो-चार हो रहे है। भ्रष्टाचार में लिप्त माफियाओं के साथ उन नेताओ की सांठगांठ भी सामने आ रही है। ऐसे में जनता और पार्टी के लिए समर्पित हजारो कांग्रेसी कार्यकर्ता सत्ता की मलाई खाने वालो को हैरतभरी निगाहों से देख रहे है।