जब तक जम्मू कश्मीर में धारा 370 बहाल नहीं होती, विधानसभा चुनाव नहीं लडूंगी- Mehbooba Mufti का ऐलान

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जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लगी राजनीतिक पार्टियों के बीच पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) चीफ महबूबा मुफ्ती का एक बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि जब तक राज्य में आर्टिकल 370 फिर से बहाल नहीं हो जाता वो विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी. उनका कहना है कि जब विधायक पद की शपथ ली थी तो उस वक्त राज्य में दो संविधान थे. उन्होंने कहा, ‘मेरा यह फैसला मूर्खतापूर्ण हो सकता है लेकिन मेरे लिए यह भावनात्मक मुद्दा है.’ पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती ने कहा कि केंद्रशासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव का न होना केन्द्र सरकार के ‘डर’ को दर्शाता है. यहां अगर चुनी हुई सरकार बनी तो बीजेपी अपना ‘छुपा हुआ एजेंडा’ नहीं चला पाएगी.

गौरतलब है कि 2019 के अगस्त महीने में केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को समाप्त कर दिया था और जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म कर दिया था. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया था.

महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘जब तक अनुच्छेद 370 फिर से लागू नहीं हो जाता, मैं कभी विधानसभा चुनाव नहीं लडूंगी. जब भी मैंने विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण किया है, वह हमेशा दो संविधानों… जम्मू-कश्मीर का संविधान और भारत का संविधान, और उसी वक्त दो झंडों के साथ हुआ है. मेरी ओर से यह मूर्खतापूर्ण फैसला हो, लेकिन, यह मेरे लिए भावनात्मक मुद्दा है.’

लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि अभी इस बारे में कुछ भी नहीं कर सकते. अभी कुछ पता नहीं है. क्या गठबंधन में जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव लड़ेंगी, इस सवाल के जवाब में भी महबूबा ने कहा कि इस बार में अभी कुछ भी नहीं कह सकते, अभी कहना जल्दबाजी होगी.

पीडीपी अध्यक्ष मुफ्ती ने कहा, ‘बीजेपी के लोग पंचायत चुनावों की बात कर रहे हैं. ऐसा नहीं है कि ये चुनाव पहली बार हुए हैं. अगर पंचायत लोकतंत्र की असल परीक्षा है तो, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री क्या कर रहे हैं? पंचायत विधानसभा का विकल्प नहीं हो सकती है.’ उन्होंने कहा, ‘उन्हें किस बात का डर है, मुझे नहीं पता. वे लोग आए दिन जो फरमान जारी कर रहे हैं, वे जम्मू-कश्मीर के लोगों को और कमजोर बना रहे हैं, और वे इसे जारी रखना चाहते हैं.’’

जम्मू-कश्मीर के हालात का हवाला देते हुए महबूबा ने कहा कि केन्द्र सरकार के लिए अब सख्ती से पेश आना संभव नहीं है. उन्होंने कहा, ‘वे और कानून बना रहे हैं, और लोगों को गिरफ्तार कर रहे हैं, वे विपक्ष नहीं चाहते हैं, वे किसी प्रकार का विरोध नहीं चाहते हैं, और वे विरोध की आवाज को कोई जगह नहीं देना चाहते हें. वे चाहते हैं कि बस सब कुछ अच्छा-अच्छा दिखता रहे.’’