SBI की ये स्कीम जमकर देती है ब्याज, एक बार पैसा लगाओ फिर हर महीने घर बैठे होगी कमाई

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नई दिल्ली : स्‍टेट बैंक ऑफ़ इंडिया देश का सबसे भरोसेमंद बैंक माना जाता है. ज्यादातर लोग इसकी अलग अलग स्कीम्स में अपनी बचत के पैसे निवेश करके रखते हैं. सुरक्षित निवेश और गारंटीड रिटर्न के लिए ये स्कीम्स बेहतर मानी जाती है. अगर आप भी किसी ऐसी स्कीम की तलाश कर रहे हैं जिसमें एक बार पैसा लगाने के बाद आपको रेगुलर फिक्‍स्‍ड इनकम मिलती रहे तो आपके लिए एसबीआई की एन्युटी डिपॉजिट स्कीम एक अच्छा ऑप्शन हो सकती है.

आपको बता दें कि एसबीआई की इस स्कीम में आपको एकमुश्‍त पैसा जमा करना होता है. उसके बाद हर महीने ब्‍याज के साथ गारंटीड कमाई होती है. एसबीआई की एन्युटी डिपॉजिट स्कीम में कस्‍टमर को हर महीने प्रिंसिपल अमाउंट के साथ ब्याज दिया जाता है. ब्याज की कैलकुलेशन अकाउंट में जमा राशि पर हर तिमाही में कम्‍पाउंडिंग किया जाता है.

कितना पैसा कर सकते हैं जमा?
एसबीआई की ऑफिशियल वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, एन्युटी डिपॉजिट स्‍कीम के तहत जमा राशि पर आपको सेविंग्‍स अकाउंट से ज्‍यादा ब्याज दिया जाता है. बता दें कि इस स्‍कीम में डिपॉजिट पर वही ब्‍याज मिलता है, जो बैंक के टर्म डिपॉजिट यानी एफडी पर मिलता है. इस स्कीम में मैक्सिमम डिपॉजिट की कोई लिमिट नहीं है. वहीं, मिनिमम डिपॉजिट कम से कम 1000 रुपये रुपये मंथली एन्यूटी के हिसाब से करना होगा. इसमें आपको बैंक की ओर से यूनिवर्सल पासबुक भी जारी किया जाएगा. इस स्‍कीम के तहत निवेश 36, 60, 84 या 120 महीने के लिए किया जा सकता है.

ओवरड्रॉफ्ट की सुविधा भी है उपलब्ध
इस स्‍कीम में एन्यूटी का भुगतान डिपॉजिट होने के अगले महीने निर्धारित तारीख से किया जाएगा. अगर किसी महीने वह तारीख नहीं है, तो उसके अगले महीने के एक तारीख को एन्यूटी मिलेगी. एन्यूटी का भुगतान टीडीएस काटकर लिंक्ड सेविंग्‍स अकाउंट या करंट अकाउंट में क्रेडिट किया जाएगा. एसबीआई की यह स्‍कीम में इमरजेंसी में भी आपकी जरूरतों का पूरा ध्यान रखते हुए तैयार की गई है. जरूरत पड़ने पर आप एन्युटी के बैलेंस अमाउंट के 75 फीसदी तक की राशि ओवरड्राफ्ट कर सकते हैं.

एन्युटी स्कीम में कैसे कर सकते हैं निवेश?
अगर आप एसबीआई की एन्युटी डिपॉज़िट स्कीम में निवेश करना चाहते हैं तो आप किसी भी नजदीकी ब्रांच में जाकर इसमें रजिस्टर करवा सकते हैं. यह स्कीम एसबीआई की सभी ब्रांचों में उपलब्‍ध है. स्‍कीम के अकाउंट को बैंक की एक ब्रांच से दूसरी ब्रांच में ट्रांसफर भी कराया जा सकता है. इसमें इंडिविजुअल नॉमिनेशन की सुविधा उपलब्ध है. इस अकांउट की सिंगल या ज्‍वाइंट होल्डिंग हो सकती है. डिपॉजिटर की मृत्यु की हो जाने पर इस स्कीम को समय से पहले स्‍कीम क्‍लोज किया जा सकता है.