पुणे : आज रात 2 बजे चांदनी चौक पर जबरदस्त धमाके की तैयारी है | इसके पहले यहाँ भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है|लोगो की भीड़ मौके पर ना जुटे इसके लिए धारा 144 लागू की गई है | पुणे के ऐतिहासिक चांदनी चौक पुल पर 1300 प्वाइंट बनाकर उसमे 600 किलो विस्फोटक भरा गया है|ब्लास्ट होते ही मात्र 5 सेकंड में यह पुल ढह जाएगा |
लोगो को सूचना दी गई है कि चांदनी चौक पुल पर आज शनिवार, 1 अक्टूबर रात 2 बजे ब्लास्ट होगा | रात 11 बजे से कल सुबह 8 बजे तक यहां से आवाजाही बंद रहेगी | इसके आस-पास के इलाकों में धारा 144 लागू की गई है | पुल में अलग-अलग 1300 प्वाइंट पर 600 किलो विस्फोटक फिट कर दिया गया हैं | सिग्नल मिलते ही ब्लास्ट होगा मसलन पलक झपकते ही पुणे का चांदनी चौक पुल हमेशा के लिए ओझल हो जाएगा | जानकारों के मुताबिक आंखों के सामने से इसके हटने में सिर्फ 5 सेकंड लगेंगे | विस्फोट के बाद यह पुल मलबे के ढेर में बदल जाएगा |
विस्फोट के दौरान मलबा नीचे सड़कों पर ना गिरें और धूल के बादल कम पसरें , इसके लिए कई नुस्खे अपनाए जा रहे है | इसके लिए जिओ नाम के खास सफेद रंग के कपड़ों को लोहे की जालियां तैयार कर बिछाया गया है.पुल से सटा 200 मीटर का इलाका खाली होगा, यहाँ सिर्फ 4 लोगों को रहने का आदेश दिया गया है | रात ग्यारह बजे के बाद पुल के 200 मीटर के क्षेत्र में एनएचआई, पुलिस को भी एंट्री लेने की इजाजत नहीं होगी | ब्लास्टिंग कॉन्ट्रैक्ट से जुड़े कंपनी के सिर्फ 4 लोग ही यहाँ रहेंगे |
इस रेंज में ट्रैफिक व्यवस्था पुणे पुलिस के साथ पिंपरी चिंचवड पुलिस और ग्रामीण पुलिस तैनात की गई है | रात 11 बजे से कल सुबह 8 बजे तक यहाँ एंट्री बंद रहेगी | आवाजाही पूरी तरह से ठप्प ना हो इसके लिए छोटी कारों और वाहनों के लिए पुलिस ने वैकल्पिक व्यवस्था की है | लेकिन इस मार्ग पर ट्रक और अन्य भारी और बड़ी गाड़ियों का चलना पूरी तरह से बंद रहेगा |
पुणे से कोथरुड डिपो के पास मौजूद यह चांदनी चौक पुल मुंबई-बेंगलुरु नेशनल हाइवे पर तैयार किया गया था |लेकिन अब यह पुल समस्या बन गया है | मुंबई से पुणे आते वक्त यहाँ ट्रैफिक जाम हो जाता है |शहर में गाड़ियों की बढ़ती संख्या की वजह से यहां ट्रैफिक जाम भी बढ़ता जा रहा है | इसलिए सड़क चौड़ी करने के लिए इस पुल को गिराया जा रहा है |
इसके बदले में एक दूसरा पुल बनाया जाएगा | जानकारी के मुताबिक जिस टीम ने नोएडा के ट्विन टॉवर को ढहाया था ,वही तकनीक और वही इंजीनियर्स ने यहाँ मोर्चा लिया है | सिर्फ जगह बदली है. वो नोएडा था, यह पुणे है. वो बिल्डिंग थी, यह ब्रिज है. वहां 13 सेकंड लगे थे, यहां 5 सेकंड लगेंगे.