पकिस्तान से इस मजदूर की सुरक्षित घर वापसी , मानसिक संतुलन खो बैठे इस शख्स ने सरहद पार कर पाकिस्तान की सरजमीं पर रखा था कदम , विदेश मंत्रलाय की मदद से छूटा छत्तीसगढ़ का यह श्रमवीर

0
5

रिपोर्टर – केशव बघेल

जांजगीर-चांपा / जिले के मालखरौदा क्षेत्र के ग्राम पिहरीद का रहने वाला घनश्याम जाटवर आखिरकार 6 साल बाद पाकिस्तान से छूटकर अपने घर पहुंच गया है दिवाली के कुछ दिन पहले ही अपने घर के मंजलें बेटे को पाकर जाटवर परिवार की खुशियां दुगनी हो चुकी है | दरअसल घनश्याम जाटवर अपने परिवार के साथ 6 साल पहले जम्मू कश्मीर ईट बनाने का कार्य करने के लिए गए हुए थे इसी दौरान घनश्याम का मानसिक संतुलन बिगड़ गया था और वह जम्मू कश्मीर से भागकर पंजाब पहुंच गया | कुछ दिन घनश्याम वहां के बीएसएफ कैंप में रुका हुआ था उसके बाद वहां से भागकर बॉर्डर क्रॉस कर वो पाकिस्तान पहुंच गया , जहां वह पाकिस्तान आर्मी के हत्थे चढ़ गया |

घनश्याम के गुम होने की सूचना उसके परिजनों ने पुलिस प्रशासन को दी थी | पड़ताल में पता चला कि घनश्याम जम्मू कश्मीर से पंजाब पहुंच गया था और वहां से बॉर्डर पार कर पाकिस्तान चला गया है और वहां कि जेल में बंद है |  घनश्याम के परिवार वालों ने घनश्याम को वापस लाने एड़ी चोटी का जोर लगाया | एसपी कलेक्टर जिले के तमाम जनप्रतिनिधि से मदद की गुहार लगाई | यहां तक की दिल्ली जाकर विदेश मंत्रालय में भी मदद की गुहार लगाई |  इसके बाद भारत सरकार ने घनश्याम को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू की और देर सवेर घनश्याम अपने परिवार के बीच पहुंच चुका है |

 हमारी टीम ने घनश्याम जाटवर के घर जाकर उससे बातचीत करनी चाहिए मगर घनश्याम फिलहाल मानसिक रूप से अस्वस्थ नजर आया मगर उसके परिवार वालों से हमने बातचीत की | उनका कहना था कि अपने बेटे को अपने बीच पाकर वह काफी खुश है और इस बार उनकी दिवाली की खुशियां दुगनी हो चुकी है | उन्होंने तहे दिल से राज्य सरकार और केंद्र सरकार और उसके बेटे को वापस लाने में मदद करने वाले सभी अधिकारियों को तहे दिल से धन्यवाद दिया है |