बैंक के छुपे हुए चार्ज, जो वो काटते हैं और हमें पता भी नहीं चलता, जानकर आप भी रह जाएंगे दंग

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नई दिल्ली / बैंक में खाता रखना इन दिनों बेहद जरूरी है | केंद्र और राज्य सरकार सभी तरह की योजनाओं के लाभ भी अब सीधे बैंक खातों में ही डालते हैं | लेकिन क्या आपको पता है कि बैंक आपका खाता चलाने के एवज में कई तरह के फीस वसूलते हैं? बैंक अपनी हर सेवा के लिए ग्राहकों से शुल्क वसूलते हैं | सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस रखने से लेकर बैंक अकाउंट को बंद कराने तक के लिए बैंक आपके खाते से चार्ज काट लेते हैं | लेकिन उनकी जानकारी आमतौर पर ग्राहकों को देते नहीं हैं |

कुछ बैंक है जो तय सीमा से ज्यादा कैश डिपॉजिट करने पर चार्ज लगाया जाता है | ज्यादातर बैंकों में पहले कुछ ट्रांजैक्शन फ्री होते हैं | लेकिन बाद में इसके ट्रांजैक्शन पर भुगतान करना पड़ता है | यह 50-150 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन हो सकता है | जहां NEFT और RTGS पर कोई चार्ज नहीं वसूला जाता है | लेकिन तत्काल भुगतान सेवा ट्रांजैक्शन पर अभी भी बैंक चार्ज वसूलते हैं | आमतौर पर इसमें चार्ज 1 रुपये से लेकर 25 रुपये तक रहता है |

बैंक कई तरह के लोन देता है | होम लोन, कार लोन, बाइक लोन ,एजुकेशन लोन, पर्सनल लोन, गोल्ड लोन, बिज़नेस लोन, क्रेडिट कार्ड के ज़रिए भी हम छोटे-छोटे कर्ज़ ही ले रहे होते हैं | इन सब पर अलग-अलग तरह का ब्याज वसूला जाता है | ब्याज की दर बढ़ती जाती है | ऐसा नहीं कि सभी बैंकों की ब्याज दरें एक जैसी हों. ICICI बैंक 8.35% की दर से होम लोन देता है| कार लोन पर ICICI 9.75% ब्याज लेता है | पर्सनल लोन पर इंटरेस्ट रेट 10.99% है | स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 8.35% ब्याज पर होम लोन देता है | GST आने के बाद होम, पर्सनल और ऑटो लोन महंगा नहीं हुआ है | उन पर सर्विस टैक्स नहीं लगाया गया है | हां, लोन के आवेदन को आगे बढ़ाने और उस पर कार्रवाई करने के लिए बैंक जो प्रोसेसिंग फीस लेता है, वो महंगी हो गई हैं |

1 जुलाई से GST लागू होने के बाद बैंकिग सेवाएं और महंगी हुई हैं | पहले इन पर 15% टैक्स लगता था | अब इसे बढ़ाकर 18% कर दिया गया है | पहले ग्राहक को 100 रुपए के ट्रांज़ेक्शन पर जितने रुपए देने होते थे, अब उससे 3 रुपए ज़्यादा खर्च करने होंगे | एटीएम से होने वाला लेन-देन, क्रेडिट और डेबिट कार्ड्स, इंश्योरेंस प्रीमियम और लोन की किस्त पर पहले 15% सर्विस टैक्स देना होता था | सर्विस टैक्स मतलब उस सुविधा को इस्तेमाल करने के एवज में दिया जाने वाला शुल्क | चेक बुक और डिमांड ड्राफ्ट्स जैसी सुविधाएं भी महंगी हुई हैं | फिक्स्ड डिपॉज़िट, बैंक अकाउंट डिपॉज़िट जैसी कुछ सुविधाएं फिलहाल GST से बाहर रखी गई हैं |

RBI के मुताबिक, बैंक एक महीने में ATM से 5 ट्रांजैक्शन तक कोई चार्ज नहीं वसूलते हैं | लेकिन इससे ज्यादा ट्रांजैक्शन होने पर चार्ज वसूला जाएगा | 5 ट्रांजैक्शन से अधिक होने पर बैंक प्रति ट्रांजैक्शन 8-20 रुपये लेते हैं | यह निर्भर करता है कि किस तरह का ट्रांजैक्शन है | इसके अलावा अगर आपका कार्ड खो जाता है तो उसके बदले में नया कार्ड जारी करने पर भी आपसे 50-500 रुपये चार्ज वसूला जाता है | साथ ही ATM भूलने पर नया ATM पिन लेने पर भी चार्ज वसूलते हैं | चेक क्लीयरिंग पर भी बैंक 150 रुपये प्रति चेक चार्ज लेते हैं |

बैंक SMS अलर्ट सुविधा भी मुहैया कराते हैं | जिसमें बैंक ये सर्विस फ्री में नहीं देते हैं | बल्कि इसके लिए भी 15 रुपये महीना लेते हैं | अगर आप अपने चेक का स्टेटस जानना चाहते हैं, तो कई निजी बैंक इसके लिए भी आपकी ही जेब से चार्ज वसूलते हैं | इस सर्विस के लिए बैंक 25 रुपए तक वसूलते हैं | आमतौर पर यह फीस रनिंग चेक का स्टेटस जानने पर नहीं देनी होती है लेकिन यदि आप किसी पुराने चेक का स्टेटस पता करते हैं, तब आपको यह फीस देनी होती है |

सेविंग अकाउंट में कुछ मिनिमम बैलेंस रखना जरूरी होता है अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो बैंक आपसे पेनाल्टी वसूल करता है | हर बैंक अलग अलग पेनाल्टी वसूल करता है जैसे HDFC Bank 300 Rs प्लस टैक्स लेता है |