अलवर में माहौल गरम, बीजेपी और हिंदूवादी संगठन ने आक्रोश रैली निकाली

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अलवर: राजस्थान के अलवर में जहां मंदिर और दुकानों को तोड़ा गया था वहां आज बीजेपी और हिंदूवादी संगठन ने आक्रोश रैली निकाली. रैली को देखते हुए पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है. आक्रोश रैली शहीद स्मारक से कलेक्ट्रेट तक निकाली गई. यह रैली राजगढ़ में मंदिर, दुकान और मकान तोड़ने और नगर पालिका सभापति के निलंबन के विरोध में निकाली गई. शहीद स्मारक पर पहुंचे सांसद बालकनाथ सैकड़ों साधु-संतों और कार्यकर्ताओं के साथ मन्नी का बड़ होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे. यहां बैरिकेडिंग कर कार्यकर्ताओं और साधु-संतों को पुलिस ने रोकने की कोशिश की, जिसके बाद उन्होंने कलेक्ट्रेट के बाहर हंगामा किया.

राजस्थान के अलवर जिले में 17 अप्रैल को नगरपालिका प्रशासन ने नगरीय मास्टर प्लान के तहत 35 अतिक्रमण हटाए थे. इनमें 300 साल पुराने मंदिर में भी बुलडोजर चला था. इसके साथ ही आसपास के घरों को भी अतिक्रमण बताकर तोड़ा गया था. कई मूर्तियां खंडित हो गई थीं. लोगों का कहना था कि 300 साल पुराने मंदिर में तोड़फोड़ की गई है. अलवर में मंदिर तोड़े जाने के मामले में राजस्थान सरकार ने सोमवार शाम को बड़ी कार्रवाई करते हुए राजगढ़ के एसडीएम केशव मीणा और नगर पालिका के एग्जिक्यूटिव ऑफिसर बनवारी लाल मीणा को सस्पेंड कर दिया है. इस घटना में राजगढ़ के एसडीएम की भूमिका की भी जांच की बात कही जा रही थी.

गहलोत सरकार ने राजगढ़ (अलवर) बोर्ड के अध्यक्ष सतीश दुहरिया को भी सस्पेंड कर दिया है. भाजपा सतीश दुहरिया का बचाव करते हुए दावा कर रही थी कि उन्होंने राजगढ़ में मंदिरों को गिराने के फैसले को मंजूरी नहीं दी थी, लेकिन गहलोत सरकार ने दुहरिया को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया है.