मोहनापुर,पंजाब : वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह की तलाश में पंजाब पुलिस लगभग पिछले 16 दिनों से दिन-रात जुटी हुई है। इसी बीच उत्तर प्रदेश का पीलीभीत स्थित मोहनापुर गुरुद्वारा,फिलहाल पुलिस की नजर में चढ़ गया है। दरअसल,मोहनापुर गुरुद्वारे के सेवादार जोगा सिंह की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को शक था कि अमृतपाल कहीं इसी गुरुद्वारे में तो नहीं रुका हुआ है,बताया जाता है कि इसी शक के आधार पर जब पंजाब पुलिस और STF की टीम गुरुद्वारे पहुंची तो वहां के सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई। इस दौरान गुरूद्वारे में लगे कुल 16 सीसीटीवी में से 4 सीसीटीवी कैमरे बंद पाए गए। इसके अलावा सीसीटीवी रिकार्डिंग से भी छेड़छाड़ की बात सामने आई है।
उधर,अमृतपाल की तलाश में जुटी पंजाब पुलिस को अमृतपाल का मोबाइल लोकेशन ट्रेस हो गया। कुछ समय पहले तक लखीमपुर-पीलीभीत सीमा पर उसकी लोकेशन दिखाई दी थी। जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियों अमृतपाल के यूपी में छुपे होने का भी शक जताया था। 28 मार्च को फगवाड़ा में एक लावारिस गाड़ी मिलने के बाद 30 मार्च को लुधियाना से गुरुद्वारे के कारसेवक जोगा सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया था।
पुलिस टीम ने मोहनापुर गुरुद्वारे की सीसीटीवी फुटेज चेक की तो पाया कि 26 मार्च से रिकॉर्डिंग फिर से शुरू की गई थी। उस तारीख के बाद रिकॉर्ड हुए फुटेज में उत्तराखंड नंबर प्लेट की गाड़ी और पीलीभीत के बाधपुरा गुरुद्वारे के प्रमुख जत्थेदार मोहन सिंह पर नाम पर रजिस्टर्ड गाड़ी भी गुरुद्वारा परिसर में दिखाई दी थी।