छत्तीसगढ़ में सौम्या चौरसिया की बढ़ी ज्यूडिशियल रिमांड

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रायपुर: छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित कोल परिवहन घोटाले में उप सचिव सौम्या चौरसिया की ज्यूडिशियल रिमांड 13 जनवरी तक बढ़ गई है। इसी दिन शेष आरोपी समीर विश्नोई,सूर्यकान्त तिवारी,लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनील अग्रवाल की पेशी होगी। सोमवार को कोर्ट में आरोपी सौम्या चौरसिया की ओर से CRPC की धारा 91 के तहत एक अर्जी कोर्ट में पेश की गई थी। इसमें  पूछताछ के दौरान ED दफ्तर के CCTV फुटेज सुरक्षित रखने की मांग की गई है।

ऐसी ही मांग एक अन्य अर्जी में सौम्या के भाई अनुराग चौरसिया और मनीष उपाध्याय की ओर से भी की गई। बताया गया है कि सौम्या की ओर से दावा किया गया है कि उन्होंने जाँच में ED का सहयोग किया और कुल 9 बार पूछताछ में उपस्थित हुई। जबकि ED की ओर से बताया जा रहा है कि उसने सौम्या चौरसिया को पूछताछ के लिए 2 बार समन जारी किए थे। वे कई बार सह आरोपियों और संदेहियों से हुई पूछताछ में उनके साथ उपस्थित हुई थी।

ED की ओर से यह भी कहा गया कि ED दफ्तर में CCTV फुटेज सामान्य प्रक्रिया के तहत भी सुरक्षित रहता है। ED की ओर से कोर्ट में पेश हुए वकील सौरभ पांडे के मुताबिक मामले की जाँच पड़ताल जारी है।उनके मुताबिक अभी नीलेश चंद्राकर की गिरफ़्तारी नहीं की गई है,उससे सिर्फ पूछताछ चल रही है। उन्होंने बताया कि ED के खिलाफ महासमुंद में नीलेश के पिता ने उसके अपहरण को लेकर जो झूठी शिकायत बगैर किसी ठोस कारणों के थाने में की थी,उस शिकायत को वापस ले लिया है। उन्होंने कहा कि ED विधिसंगत कार्यवाही कर रही है। 

पांडे के मुताबिक,ED  की ओर से सौम्या का 14 दिनों का रिमांड माँगा गया था ,लेकिन कोर्ट ने 11 दिनों का स्वीकृत किया। उनके मुताबिक सूर्यकांत समेत अन्य आरोपियों की पेशी 13 जनवरी को नियत है। लिहाजा कोर्ट ने इस दिन तक ज्यूडिशियल रिमांड स्वीकृत की।  उन्होंने बताया कि आरोपी सौम्या चौरसिया के खिलाफ 60 दिनों के भीतर चालान प्रस्तुत कर दिया जाएगा।फिलहाल सभी आरोपियों की सेंट्रल जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में सुनवाई चल रही है।