दिल्ली वेब डेस्क / दिल्ली में बुरी तरह से हार का सामना करने के बाद कांग्रेस में नए अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर कवायत तेज हो गई है | दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने नए पार्टी अध्यक्ष को सामने लाने के लिए लॉबिंग शुरू कर दी है | उन्होंने कांग्रेस का नया अध्यक्ष नियुक्त करने में हो रही देरी को लेकर पार्टी वरिष्ठ नेताओ पर सवाल दागे है | उन्हें अपनी इस मुहिम में कई नेताओं का साथ मिला है | पूर्व सांसद संदीप दीक्षित की इस मुहिम का सांसद शशी थरूर ने समर्थन किया है। थरूर ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस नेतृत्व का चुनाव कराया जाना चाहिए ताकि पार्टी कैडर में ऊर्जा का नया संचार हो सके।
थरूर ने संदीप दीक्षित के समर्थन में ट्वीट करते हुए लिखा कि संदीप दीक्षित ने जो कहा है वह देश भर में पार्टी के दर्जनों नेता निजी तौर पर कह रहे हैं। इनमें से कई नेता पार्टी में जिम्मेदार पदों पर बैठे हैं। उन्होंने आगे लिखा कि मैं सीडब्ल्यूसी से फिर आग्रह करता हूं कि कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार करने और मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए नेतृत्व का चुनाव कराएं।
दरअसल हाल ही में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने कांग्रेस के अंदर और बाहर नया पार्टी आलाकमान तय करने का राग छेड़ा है | उन्होंने मीडिया में भी बयान देते हुए कहा था कि इतने महीनों के बाद भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नया पार्टी अध्यक्ष नहीं नियुक्त कर सके। तंज कसते हुए उन्होंने यह भी कहा था कि इसका कारण है कि वह सब यह सोच कर डरते हैं कि बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधे।
पूर्व सांसद दीक्षित के मुताबिक कांग्रेस के पास नेताओं की कमी नहीं है। अब भी कांग्रेस में कम से कम 6-8 नेता हैं जो अध्यक्ष बन कर पार्टी का नेतृत्व कर सकते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा था कि कभी-कभार आप निष्क्रियता चाहते हैं, क्योंकि आप नहीं चाहते हैं कि कुछ हो। फ़िलहाल संदीप दीक्षित की इस मुहिम को गाँधी परिवार के खिलाफ बगावत माना जा रहा है | बताया जा रहा है कि संदीप के बयानों से सोनिया, राहुल और प्रियंका सकते में है | संदीप दीक्षित ने अब नए पार्टी अध्यक्ष के लिए कांग्रेस शासित राज्य के मुख्यमंत्रिओं से भी रायशुमारी शुरू कर दी है |