रायपुर। भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि रविशंकर विश्वविद्यालय की कुर्की शर्मनाक हैं, जहां मुख्यमंत्री सहित छत्तीसगढ़ के 90 प्रतिशत राजनेताओं ने शिक्षा प्राप्त की, उसकी यह हालत मुख्यमंत्री जवाब दें। उन्होंने कहा भूपेश सरकार छत्तीसगढ़ को ही बेच देगी। पहले नया रायपुर विकास प्राधिकरण(एनआरडीए) की कुर्की हुई, अब शिक्षा के मंदिर की कुर्की हो रही है। वाइस चांसलर और रजिस्ट्रार की गाड़ियाँ जब्त हो रही हैं। विश्वविद्यालय के चल-अचल संपत्ति की कुर्की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। यह छत्तीसगढ़ के नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार अगले सात दिनों में इस समस्या का हल नहीं निकालती है तो विश्व में फैले इस विश्वविद्यालय के पढ़े छात्रों को एकत्र हो कर विश्वविद्यालय की साख बचाने, सरकार के कंगाली के चलते जनता से भीख मांगने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
अग्रवाल ने कहा कि यह सरकार दुर्ग स्थित एक दिवालिया निजी मेडिकल कालेज को लाभ पहुंचाने के लिए विशेष कानून ला कर 500 करोड़ खर्च करने को तैयार है। वहीं दूसरी तरफ सरकार के पास छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े विश्वविद्यालय के लिए 30 करोड़ खर्च करने के लिए नहीं है। ऐसी दिवालिया सरकार जिसका शिक्षा के प्रति ऐसा घोर अपमान जनक रवैये है, उस सरकार को एक मिनट भी सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि शराब, रेत, कोयले व अन्य सभी में सरकार में बैठे लोगों द्वारा अवैध कमाई की जा रही है। अगर इसी में से कुछ दे दें तो उससे विश्वविद्यालय बच जाएगा।