लिटिल ‘स्पाइडर मैन’, सीरियल और कार्टून में स्पाइडर मैन के किस्से कहानियां देख- सुनकर ये बच्चा भी हो गया वैसा, 7 साल की उम्र में दीवार पर चढ़ता- उतरता देख हैरत में लोग, जोखिम भरे कारनामों से अभिभावकों की फूली सांसे

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कानपूर / बचपन में स्पाइडर मैन की फिल्म, टीवी सीरियल और कहानियां लगभग सभी लोगों ने देखा – सुना और पढ़ा है | स्पाइडर मैन कभी एक छलांग लगाकर इधर से उधर चला जाता है | फिर आसानी से अपने हाथों और पैरों की मदद से किसी भी दीवार पर चढ़ जाता है | किसी पंक्षी की तरह स्पाइडर मैन ऊँची इमारतों में चढ़ जाता है | इसी तर्ज पर कानपुर में सात साल का एक बच्चा अपना हुनर दिखा रहा है | वो स्पाइडर मैन की तरह झटपट दीवारों पर चढ़ता और उतरता है | बच्चे को दीवारों पर ऐसा चढ़ते – उतरते देख जहाँ उसके माता – पिता की सांसे फूल जाती है, वहीँ इसे देखकर हर कोई हैरान रह जाता है |

कानपुर के लिटिल स्पाइडर मैन के करतब देखने के लिए कई लोग उसके घर आ रहे है | यही नहीं उसका हुनर इन दिनों सोशल मीडिया में भी दिखाई दे रहा है | इस लिटिल स्पाइडर मैन का असल नाम यसार्थ सिंह है | मात्र 7 साल के यसार्थ अभी क्लास 3 में पढ़ते है | लेकिन पूरे कानपूर में उनकी चर्चा हो रही है | यसार्थ बिना किसी सहारे के दीवारों पर स्पाइडर मैन की तरह देखते ही देखते बड़ी तेजी से चढ़ जाता है | वो छिपकली की तरह हाथ और पैर के पंजों को दीवारों पर चिपका लेता है | फिर बड़ी ही आसानी से दीवार पर चढ़ता चला जाता है |

लिटिल स्पाइडर बॉय का कहना है कि उसने कई सालों तक स्पाइडर मैन को टीवी पर देखा | वो आसानी से दीवारों पर चढ़ – उतर जाता था | जिसके बाद उसके मन में आया कि उसे भी ऐसा करना चाहिए | उसने बताया कि जब शुरू में वो दीवार पर चढ़ता – उतरता तो कई बार गिर जाता था | लेकिन अब प्रैक्टिस हो गई | उसने अपना ये हुनर अपने बड़े भाई को बुलाकर दिखाया. फिर भाई ने परिवार के सभी सदस्यों को बताया | परिवार के हर किसी सदस्य ने उन्हें कभी समझाया तो कभी उनकी हौसला अफजाई की | धीरे-धीरे वो अभ्यास करते रहे और अब वो बगैर डरे किसी भी दीवार पर चढ़ जाते है |

उधर यसार्थ की मां गरिमा सिंह ने बताया कि यसार्थ स्पाइडर मैन मूवी से प्रभावित था और मूवी देखने के बाद उसने दीवारों पर चढ़ने का अभ्यास शुरू किया था | उन्होंने कहा कि हमें इसे देखकर काफी डर लगता है क्योंकि इसमें चोट लगने का खतरा हमेशा बना रहता है | लेकिन अब वो अच्छी प्रैक्टिस कर लिया है | फिर भी दुर्घटना के अंदेशे से उनकी सांसे फूली रहती है |