रायपुर । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भ्रष्टाचार के मामले में बुरी तरह से घिरते नजर आ रहे है। उनकी उप सचिव सौम्या चौरसिया के ईडी के हत्थे चढ़ने के बाद मुख्यमंत्री बघेल के ट्विटर अकाउंट पर लोगों के कमेंट चर्चा का विषय बने हुये है। मुख्यमंत्री बघेल ने सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी के बाद एक ट्वीट किया था। इस ट्वीट में उन्होने लिखा कि ”जैसा कि मै कहता रहा हॅू, ईडी द्वारा मेरी उपसचिव सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी एक राजनीतिक कार्यवाही है।
हम इसके खिलाफ पूरी ताकत से लड़ेगें।”मेरी उपसचिव” बघेल के इस वक्तव्य के बाद ट्विटर पर कोलाहल मच गया। कई लोगो ने मुख्यमंत्री बघेल के ट्वीट का समर्थन किया। वही सैकड़ों लोगों ने मुख्यमंत्री बघेल की कार्यप्रणाली पर निशाना साधा। उनके कमेंट भ्रष्ट्राचार पर लचीला रवैया अपनाने और सौम्या चौरसिया को अनुचित संरक्षण देने के मामलो से जुड़े थे।
बघेल के ट्वीटर पर गौर फरमाये तो उनके समर्थन से ज्यादातर कमेंट उनके खिलाफ नजर आ रहे है। लोगों की अभिव्यक्ति मुख्यमंत्री बघेल के साथ नहीं बल्कि भ्रष्ट्राचार के खिलाफ उनके कमजोर रवैये पर अफसोस जाहिर करने जैसी नजर आ रही है। कमेंट में कई लोगो ने मुख्यमंत्री बघेल से भ्रष्ट्राचार के खिलाफ सख्त रवैया अपनाने की उम्मीद भी जाहिर की है।
बघेल का ट्वीट और जनता के कमेंट से साफ जाहिर हो रहा है कि उनकी उपसचिव सौम्या चौरसिया के कारनामों से ना केवल मुख्यमंत्री बघेल बल्कि कांग्रेस सरकार की छवि भी धूमिल हो रही है।
उधर सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी के घंटो बीत जाने के बावजूद उनके ना तो अभी सस्पेंड होने की खबर आ रही है और ना ही उन्हे मुख्यमंत्री कार्यालय से हटाये जाने के बारे में कोई सूचना प्राप्त हुई है।
कयास लगाया जा रहा है कि ईडी की शासन को विधिवत सूचना प्राप्त होने के बाद संभवत: छत्तीसगढ़ शासन हरकत में आये। आमतौर पर सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी और ईडी के हवालात की सैर के मामले को शासन द्वारा स्वत: संज्ञान में ना लेना भी चर्चा का विषय बना हुआ है।