राजनीति के रावण विवाद पर रेणुका चौधरी की एंट्री,कहा पीएम मोदी ने शूर्पणखा से की थी मेरी तुलना, मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर बीजेपी सख्त

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दिल्ली : गुजरात विधानसभा चुनाव केंद्र और कांग्रेस के लिए सत्ता का सेमीफाइनल साबित हो रहा है। केंद्र में मोदी की सरकार रहेगी या फिर विपक्ष उस पर टूट पड़ेगा। इसे लेकर बीजेपी और कांग्रेस समेत अन्य पार्टियां एक दूसरे को घेरने के लिए मुद्दों की तलाश कर रही हैं। बीजेपी ने कांग्रेस के खिलाफ नया मुद्दा छेड़ने के लिए कमर कस ली है। अब वो  कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के रावण वाले बयान पर लगातार कांग्रेस को घेर रही है। दरअसल खरगे ने मोदी की तुलना रावण से की थी। इस बीच अब पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद रेणुका चौधरी खरगे के बचाव में उतरी हैं। उन्होंने भी पीएम मोदी पर हमला किया है. रेणुका ने कहा, “जब पीएम मोदी ने संसद में मेरी तुलना शूर्पणखा से की थी उस वक्त मुद्दे को क्यों नहीं उठाया गया था। 

गुजरात में मल्लिकार्जुन खरगे ने अहमदाबाद के बेहरामपुरा में एक जनसभा में पीएम मोदी की तुलना रावण से कर दी थी. उन्होंने कहा था, “हम आपका मोदी का चेहरा निगम चुनाव, एमएलए चुनाव या सांसद चुनाव, हर जगह देखते हैं… क्या आपके पास रावण की तरह 100 सिर हैं?” इसी को लेकर अब बीजेपी ने इसे देश के प्रधानमंत्री का अपमान बताया है। उसने कांग्रेस और उसके नेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।  

खरगे के इस बयान से गुजरात में राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है। मोदी के अपमान से गांव -गांव में लोग कांग्रेस उम्मीदवारों को देखकर विफरने लगे है। लोग उनकी आलोचनाओं के मामले में पीछे नहीं है। कांग्रेस के कई नेता सफाई दे रहे है। बावजूद इसके उनके समर्थन में खड़े होने वाले लोग भी अब पीछे हटने लगे हैं। उधर रावण वाले बयान पर रेणुका चौधरी ने पीएम मोदी पर तंज कसा है।

उन्होंने ट्वीट कर कहा कि जब संसद में पीएम मोदी ने उन्हें शूर्पणखा कहा था तब मीडिया कहां थी ? उधर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी कहा कि वह उस समय मौजूद थे जब पीएम मोदी ने रेणुका चौधरी पर टिप्पणी की थी और पीएम मोदी खुद ‘हंस रहे थे। फिलहाल गुजरात की राजनीति में रावण की एंट्री कर कांग्रेस बुरी तरह से उलझ गई है। इसके पूर्व पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नेता प्रियरंजन दास मुंशी ने pm मोदी को ”नीच” कहकर कांग्रेस का पत्ता साफ़ कर दिया था। कांग्रेस ने मुंशी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया फिर भी गुजरात की जनता ने कांग्रेस को ख़ारिज कर दिया था।