केंद्र में तीसरी बार मोदी सरकार के गठन के बाद विपक्ष ने बीजेपी को घेरने के लिए पुख्ता रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। आज दिल्ली में राहुल गाँधी ने अचानक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर तीखा हमला बोला है। NEET पेपर लीक मामले में जिम्मेदारी तय करने को लेकर राहुल ने मोदी सरकार पर तंज कसा है। हालांकि देशभर में इस मुद्दे ने राजनीति भी गरमा दी है। केंद्र सरकार ने भी बैकफुट पर जाने के बजाय मामले की सीबीआई जांच के निर्देश दिए है।
यही नहीं भविष्य में ऐसी स्थिति ना बने, इसके लिए भी कड़े कदम उठाये है। इसी बीच कांग्रेस ने खुलकर इस मुद्दे को लपक लिया है। राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बीजेपी और सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने पूछा कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है ? उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षण संस्थाओं पर बीजेपी का कब्जा है. राहुल गांधी ने कहा है कि नीट परीक्षा के बाद अब नेट परीक्षा में भी धांधली हुई है।
राहुल गांधी ने कहा कि हम संसद में इस मुद्दे को उठाएंगे और जब तब इस पर ठोस जवाब नहीं मिलेगा तब तक इस मुद्दे को उठाया जाएगा. उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान हजारों लोगों ने पेपर लीक की शिकायत की है. नीट, यूजीसी नेट के पेपर लीक हुए, यूजीसी-नेट की परीक्षा रद्द की गई. यह कहा जा रहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन-रूस युद्ध रुकवा दिया, लेकिन वह या तो पेपर लीक रोकने में सक्षम नहीं हैं या रोकना नहीं चाहते हैं। राहुल ने यह भी आरोप लगाया कि शैक्षणिक संस्थानों पर आरएसएस-भाजपा का कब्जा है और जब तक इसे बदला नहीं जाएगा तब तक पेपर लीक होने बंद नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि यह बाकी देश में व्यापम का विस्तार है।