वाशिंगटन. अमेरिका में कोरोना के टीकों और उपचार में मिलती कामयाबी के बीच सीडीसी ने स्कूलों सहित अन्य जगहों पर स्क्रीनिंग और परीक्षण के लिए दिए गए अपने निर्देशों को वापस ले लिया है. वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) ने गुरुवार को कहा कि अगर किसी व्यक्ति में वायरस के संपर्क में आने के बावजूद संक्रमण के लक्षण नहीं है तो अब उसे क्वारंटाइन होने की कोई आवश्यकता नहीं है.
हालांकि CDC ने ऐसे व्यक्तियों के लिए पांच दिनों बाद कोरोना जांच और अगले दस दिनों के लिए अच्छी गुणवत्ता का मास्क लगाने की सलाह दी है. CDC के मुताबिक रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर लोगों को कम से कम पांच दिनों के लिए दूसरों से अलग रहना चाहिए. इसके साथ ही अधिकांश जगहों पर CDC ने बिना लक्षण वाले लोगों के लिए कोरोना जांच की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है. अब स्कूलों और चाइल्ड-केयर केंद्रों पर वायरस के संपर्क में आने वाले छात्रों और लोगों को परीक्षण से छूट मिल गई है.
साथ ही इन छात्रों के लिए क्वारंटीन की बाध्यता को भी समाप्त कर दिया गया है. वहीं अमेरिकन फेडरेशन ऑफ टीचर्स की अध्यक्ष रैंडी वेनगार्टन ने दिशानिर्देशों में बदलावों का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि हम सभी को यथासंभव सामान्य वर्ष की आवश्यकता है. दरअसल वैक्सीन के कारण लोगों में बढ़ी रोग प्रतिरोधक क्षमता और बेहतर उपचार उपलब्ध होने के चलते CDC ने अपने कड़े नियमों में छूट का प्रावधान किया है. हालंकि कई विशेषज्ञों ने इस छूट पर आपत्ति जताई हैं.
बोस्टन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में महामारी विज्ञान के सहायक प्रोफेसर एलेनोर ने रोज बढ़ रहे मामलों के बीच अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि यह निराशाजनक है कि बढ़ रही मौतों के बावजूद सीडीसी सुरक्षा प्रावधानों को हटा रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसा करने से कोरोना के मामलों में तेजी से उछाल होगा जिसका असर स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ना तय हैं. आपको बता दें कि अमेरिका में प्रति दिन संक्रमण के छह हजार से अधिक मरीज सामने आ रहे हैं. रोजाना लगभग 400 लोगों की मौत हो रही है.