वेब डेस्क लखनऊ /
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी को लेकर उत्तर प्रदेश में हुए विरोध हिंसक प्रदर्शन के दौरान पुलिसिया कार्रवाई को लेकर कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जमकर हमला किया | उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने भगवा रंग धारण किया है। उन्हें इसका महत्व समझना चाहिए। भगवा उनका निजी रंग नहीं है बल्कि भारत की परंपरा का प्रतीक है। हमारी परंपरा में बदला या हिंसा का कोई स्थान नहीं है | लेकिन मुख्यमंत्री बदला लेने की बात करते हैं। ये मुख्यमंत्री की भाषा नहीं होनी चाहिए।
प्रिंयका ने कहा कि हिंसा पर पुलिस अपनी कार्रवाई को रोके | इसके अलावा आरोप साबित हुए बिना संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई न हो | हाई कोर्ट के जज से हिंसा की जांच कराई जाए | इससे पहले कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने आज राज्यपाल से मुलाकात की और प्रदेश में सीएए और एनआरसी के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के दौरान पुलिस की बर्बरता की न्यायिक जांच कराने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा |
प्रिंयका ने एनआरसी पर कहा कि यह देश की जनता को परेशान करने के लिए लाया गया है। जिस तरह नोटबंदी के दौरान लोग परेशान हुए वैसे ही फिर से परेशान होंगे। गांव में जिन गरीबों के पास दस्तावेज नही हैं। वो कहां से प्रमाण देंगे ? शहरों में मजदूरी करने वाले लोग कहां से 1970 का टेलीफोन बिल लेकर आएंगे? उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सभी मुख्यमंत्रियों ने एनआरसी का विरोध किया है। हम इसे नहीं लागू करेंगे
सीआरपीएफ के बयान पर प्रियंका गांधी ने कोई भी जवाब देने से मना कर दिया | उन्होंने कहा कि प्रदेश की समस्याओं के सामने मेरी सुरक्षा का मुद्दा बहुत छोटा है | उन्होंने कहा कि मेरी सुरक्षा से जनता का लेना-देना नहीं है | उन्होंने कहा कि अगर स्कूटी का चालान हो गया है तो हम जुर्माना भर देंगे | प्रियंका बोलीं कि कई ऐसे लोग गुमनाम तरीके से जेल में डाले गए हैं, इस चिट्ठी में पुलिस प्रशासन खुद गलत है |