राँची /दिल्ली : झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी प्रेम प्रकाश नेे ईडी के अफसरों के समक्ष अपना मुँह खोला है | उससे आज सुबह से पूछताछ शुरू हो गई है | जानकारी के मुताबिक प्राम्भरिक पूछताछ में ही उसने छत्तीसगढ़ के कुछ शराब और मिड डे मील करोबारियो से अपने संबंधो का खुलासा किया है | मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कई महवत्पूर्ण लोगो के साथ प्रेम प्रकाश के करीबी संबंध थे | सूत्र बताते है कि प्रेम प्रकाश से जुड़े ज्यादातर लोग बड़े पैमाने पर ब्लैक मनी को वाइट मनी में तब्दील करने के कारोबार में जुटे थे | इनमे से कुछ ने तो अपने नौकरो और एक राजनैतिक दल के कार्यकर्ताओ के नाम पर बड़े पैमाने पर चल अचल संपत्ति खरीदने का उपक्रम भी जारी रखा था | ED ने कल रात रांची से प्रेम प्रकाश को गिरफ्तार किया था | उसने कल रांची में प्रेम प्रकाश से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी में दो AK- 47 राइफल और 60 जिंदा कारतूस बरामद किए थे |
सूत्रों ने बताया कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के राजनीतिक सहयोगी पंकज मिश्रा और मिश्रा के करीबी एवं बाहुबली बच्चू यादव से पूछताछ के बाद ताजा सूचना सामने आने पर यह छापेमारी की गयी. मिश्रा और यादव दोनों को कुछ समय पहले इस मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था | झारखंड में कथित अवैध खनन के मामले में ईडी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है. कल प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने एक साथ झारखंड, बिहार, तमिलनाडु और एनसीआर में करीब 17-20 परिसरों पर छापेमारी की थी.
ईडी की जांच तब शुरू हुई जब एजेंसी ने अवैध खनन और जबरन वसूली के कथित मामलों के संबंध में आठ जुलाई को मिश्रा और उनके कथित सहयोगियों के परिसरों पर छापा मारा था जिनमें झारखंड के साहिबगंज, बरहेट, राजमहल, मिर्जा चौकी और बरहरवा सहित 19 स्थान शामिल थे. ईडी ने मार्च में मिश्रा और अन्य के खिलाफ धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक मामला दर्ज करने के बाद छापेमारी शुरू की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मिश्रा ने ”अवैध रूप से बड़ी संपत्ति हड़प ली या अपने नाम करा ली.”
जुलाई की छापेमारी के तुरंत बाद, ईडी ने 50 बैंक खातों में पड़े 13.32 करोड़ रुपये की राशि जब्त कर ली थी. एजेंसी ने कहा, ”जांच के दौरान एकत्र किए गए साक्ष्य में विभिन्न व्यक्तियों के बयान, डिजिटल साक्ष्य और दस्तावेज शामिल हैं. इससे पता चला है कि जब्त की गई नकदी या बैंक बैलेंस वन क्षेत्र सहित साहिबगंज क्षेत्र में बड़े पैमाने पर किए जा रहे अवैध खनन से प्राप्त हुआ है.” ईडी ने कहा था कि वह इसकी जांच कर रहा है कि झारखंड में अवैध खनन कार्यों से ”अपराध से अर्जित” 100 करोड़ रुपये किस रास्ते से आये और कहां गये.
जानकारी के मुताबिक मूल रूप से सासाराम के रहने वाला प्रेम प्रकाश पहले स्कूलों में मिड डे मील के लिए अंडा सप्लाई का काम करते थे। उनका संबंध झारखंड के पूर्व मुख्य सचिव स्तर के एक अधिकारी से था। इसी के सहारे पहले वह कई आईएएस अफसरों के संपर्क में आए और फिर सीधे मुख्यमंत्री तक अपनी पहुंच बना ली। बताया जाता है कि प्रेम प्रकाश का रांची की अशोक नगर के रोड नंबर 5 के सामने एक अपार्टमेंट है। इसी में वह ब्लैक मनी को ठिकाने लगाने का कारोबार चलाते थे | इसके अलावा बरियातू थाने के पीछे एक अपार्टमेंट के पेंट हाउस में वह हमेशा बड़ी-बड़ी पार्टियां आयोजित करते थे।
इसमें झारखंड के कई बड़े नेता-विधायक और अफसर शामिल होते थे। आरोप ये भी है कि इन पार्टियों में लड़कियां भी लाई जाती थीं। इन पार्टियों के जरिए प्रेम प्रकाश ने पूरे झारखंड में अपनी अलग पहचान बना ली। उनके एक इशारे पर सरकार और प्रशासनिक खेमे में कोई भी फैसला हो जाता था। प्रेम प्रकाश ने छत्तीसगढ़ में मिड डे मील और शराब कारोबारियों से भी अच्छे संबंध बना लिए थे | सूत्र बताते है कि उसकी पार्टियों में रायपुर के कई अफसर भी शामिल होने जाते थे | उनका मकसद छत्तीसगढ़ और झारखण्ड से जुटाई गई ब्लैक मनी को अन्य कारोबार में खपाना था | इसके लिए ये अफसर कलकत्ता और दिल्ली से हवाई यात्रा कर राँची पहुंचते थे | ताकि उनकी आवाजाही का खुलासा ना हो सके | फिलहाल ईडी की पूछताछ के बाद कई नए खुलासे के आसार है |