जयपुर : News Today : मानेसर रिटर्न्स पर फिर कांग्रेस में सियासी घमासान मच गया है. धौलपुर में सीएम के भाषण के बाद पूरे सूबे की सियासत में हड़कंप मचा है. बयान के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं, लेकिन नेता या तो चुप्पी साध गए हैं या फिर इस मसले पर संभल कर बात कर रहे हैं. सीएम गहलोत के बयान के बाद विपक्षी पार्टी बीजेपी भी हमलावर हो गई है.
सीएम गहलोत ने धौलपुर में एक कार्यक्रम के दौरान सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए कहा था कि ‘पहले अपनों पर वार, फिर परायों पर ताबड़तोड़ हमलों की बौछार.’ सीएम गहलोत के इस बयान के बाद सूबे में सियासी भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं. पायलट के प्रति लगातार हमलावर गहलोत का धौलपुर में सियासी सर्जिकल स्ट्राइक के लोग सिर्फ कयास ही लगा पा रहे हैं. सच्चाई किसी के कुछ समझ नहीं आ रही. लोग कह रहे हैं कि यह पायलट के पश्चिम से बोले गए हमले का पूरब से गहलोत का जवाब है.
मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने इस घटनाक्रम को बीजेपी और कांग्रेस के बीच युद्ध से जोड़ते हुए कहा कि भाजपा-कांग्रेस में युद्ध चल रहा है. नेता परिस्थितियों को देखकर बयान दे रहे हैं. फैसला जनता को करना है कि कौन क्या कह रहा है. कुर्सी को लेकर कंपीटिशन चल रहा है. यदि मुझे बोलना होगा तो मैं भी दबंगता से बोलूंगा, मैं भी रामजी का वंशज हूं.
पायलट ने भ्रष्टाचार के लगाए थे आरोप
शनिवार को पायलट ने बाड़मेर में वीरेंद्र धाम के उद्धाटन में गहलोत सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये थे. अपनी ही सरकार को पायलट ने जमकर घेरा था. अगले ही दिन गहलोत ने धौलपुर में जाकर करारा जवाब दिया. प्रदेश को मानेसर का घटनाक्रम याद दिलाते हुए सीएम ने कहा कि जो विधायक बागी थे उन्होंने अमित शाह से करोड़ों रुपये लिये थे. ये रकम उन्हें लौटा देनी चाहिए, नहीं तो वो दबाव में रहेंगे.
उन्होंने यह तक कहा कि अगर उन्होंने कुछ खर्च भी कर दिया है तो वो एआईसीसी या खुद के जरिए पैसे का इंतजाम कर सकते हैं. गहलोत का यह बयान भ्रष्टाचार पर पायलट के आरोपों का जवाब माना जा रहा है. पायलट अपनी ही सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार पर रियायत बरतने के आरोप लगाते हुए धरना दे चुके हैं. वसुंधरा राजे के कार्यकाल के कथित घोटालों की जांच का मुददा उठा चुके हैं.
राहुल का राजस्थान दौरा
पार्टी की वरिष्ठ नेता और समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष डॉक्टर अर्चना शर्मा सीएम के इस बयान से इतफाक रखती हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकार गिराने के षडयंत्र को झेलते हुए बड़ी मुश्किलों से सरकार बचाई. उन्होंने गहलोत के बयान को सौ फीसदी सच करार दिया है. एक तरफ पायलट तो दूसरी तरफ तारीफों ही तारीफों में वसुंधरा राजे पर निशाना. गहलोत की सियासी जादूगरी को आखिर जान ही कौन सकता है. चुनाव से सात महीने पहले दिए उनके बयान की गूंज के जयपुर से लेकर दिल्ली तक चर्चे हैं और वो भी ऐसे समय जब राहुल गांधी मंगलवार को प्रदेश के एक दिन के दौरे पर आ रहे हैं.