भरतपुर: राजस्थान के भरतपुर में कुछ ऊंची जाति के लोग गांव के अंदर से दलित दूल्हे की बारात निकलने नहीं दे रहे थे. जब इसकी जानकारी प्रशासन को लगी तो जिला कलेक्टर आलोक रंजन और जिला पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह भारी पुलिस बल के साथ रातभर गांव में तैनात रहे और दलित दूल्हे की बारात गांव से सुरक्षित निकलवाई.
हालांकि इस दौरान गांव में तनाव का माहौल बना रहा. यह घटना भरतपुर के कुम्हेर थाना इलाके के गांव सह की है. जहां पर चंद्र सिंह नाम के शख्स की बेटी की शादी थी. लेकिन गांव के ऊंची जाति के कुछ दबंग गांव से बारात निकलने नहीं दे रहे थे. लेकिन दलित दूल्हे की बारात निकलवाने के लिए जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक सहित सैकड़ों की संख्या में हथियारों के साथ पुलिस बल गांव में तैनात हुआ और सुरक्षा घेरे में बारात निकली. इस गांव में उच्च जाति के लोग दलितों की बारात को नहीं निकलने देते हैं. इस दौरान चप्पे-चप्पे पर हथियारों से लैस पुलिस बल तैनात किया गया था.
जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया कि उन्हें पता चला कि गांव में दलित लड़की की शादी है और बारात आई हुई है. इस दौरान पता चला कि दलित दूल्हे की बारात को गांव से होकर नहीं निकलने दिया जाता है. इसलिए यहां पूरी सुरक्षा व्यवस्था में दलित दूल्हे की बारात को निकाला गया. इस बात को लेकर गांव में झगड़ा भी हुआ था लेकिन इस पूरे मामले की जांच की जा रही है. जिला पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया कि 14 अप्रैल को गांव में दो पक्षों में झगड़ा हुआ था. दोनों तरफ से मामला दर्ज कर जांच चल रही है. वहीं दलित दूल्हे की बारात को सुरक्षा घेरे में निकाला गया. दलित दूल्हे की बारात की निकासी को लेकर उच्च जाति के लोग विरोध कर रहे थे. लेकिन भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया. जिले के सभी थानों की पुलिस और सभी पुलिस अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया था. महिला पुलिस बल को भी गांव में तैनात किया गया था.