महिला पुरुष के आपत्तिजनक तस्वीर -वीडियो वायरल करने वाले तीन आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े ,भेजे गए जेल ,उत्साही मोबाईल धारको को घटना से सबक लेने की जरुरत 

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रायपुर | रायपुर से सटे एक जिले में तीन युवको ने एक ऐसी घटना को अंजाम दिया ,जिसने ना केवल दो परिवारों को तनाव में डालकर पति -पत्नी के रिश्तो पर दरार डाल दी बल्कि उन्हें बदनाम करने में कोई कसर बांकि नहीं छोड़ी |

दरअसल शहर से बाहर जंगल से गुजरने वाले एक मार्ग पर दो बालिग युवक-युवती प्रेम क्रिया में मग्न थे | इस बात से बेखबर की चोरी छिपे कोई शख्स  मोबाईल से उनका वीडियों बना रहा है | वीडियो बनाने के उपरांत तीनो ही शख्स अचानक उस स्थान पर दबिश देते है ,जहां युवक -युवती प्रेमालाप कर रहे थे | एका एक इन तीनो को सामने पाकर वे शर्मसार हो गए ,लेकिन उन्होंने बड़े ही विनम्र होकर तीनो ही व्यक्तियों से मोबाईल वीडियो डिलीट करने और उसे  वायरल ना करने की गुहार लगाईं | पीड़ित युवक -युवती ने इन्हे अपने घर परिवार और खुद की इज्जत बे-आबरू होने का हवाला भी दिया | लेकिन तीनो ही व्यक्ति ब्लैकमेलिंग में उतारू हो गए  |  पीड़ित के मुताबिक उन्होंने एक लाख रुपए में सौदा तय किया था | हालांकि समय पर पूरी रकम नहीं मिलने पर आरोपियों ने पीड़ित युवक -युवती का वीडियो वायरल कर दिया | मामले की शिकायत के बाद  लोकेश ध्रुव पिता शिवलाल 25वर्ष, टीलेश्वर कमार पिता रतनू राम कमार 22वर्ष और पुरूषोत्तम यादव पिता स्वर्गीय सालिक को गिरफ्तार किया गया है | 


जानकारी के मुताबिक तीनो ही आरोपियों को अदालत ने जेल भेजने के निर्देश दिए है | वही  पुलिस को भी निर्देशित किया है कि उनके खिलाफ ब्लैकमेलिंग की धाराओ के आलावा आईटी एक्ट के तहत भी प्रकरण दर्ज करे | गौरतलब है कि किसी भी शख्स की आपत्तिजनक तस्वीरों -वीडियो को ना केवल वायरल करना बल्कि उसका निर्माण भी अपराधिक दायरे में आता है | सोशल मीडिया में अक्सर ऐसी तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहे है, जो काफी आपत्तिजनक है | प्राथमिक पड़ताल के बाद पता पड़ता है कि किसी शख्स ने चोरी छिपे अपने मोबाईल पर वीडियोग्राफी की है | लेकिन जब तक उन वीडियो को सोशल मीडिया से हटाया जाए तब तक वो वायरल हो चुके होते है | उधर कभी मारे शर्म और बदनामी के तो कभी असल आरोपी की शिनाख्ती नहीं होने के चलते पीड़ितों को सामाजिक प्रताड़ना के दौर से गुजरना होता है | 


रायपुर से सटे इस जिले में भी पीड़ितों के साथ ऐसा ही हुआ | बताया जाता है कि दोनों ही पीड़ित बालिग और शादीशुदा थे | उन्हें इस बात का कतई एहसास नहीं था कि वीरान इलाके में भी कोई उनके निजी क्रिया कलाप पर नजर रख रहा है |  पुलिस में दर्ज शिकायत में पीड़ित महिला ने बताया है कि लोक लाज से बचने के लिए आरोपियों को उसने दस हजार रुपए दिए थे | शेष नब्बे हजार रुपए की अदाएगी को लेकर आरोपी लगातार दबाव बना रहे थे | पीड़ित महिला की माली हालत इतनी अच्छी नहीं थी कि वो आरोपियों को तत्काल एक लाख रुपए सौप देती |   फिलहाल पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर तीनो आरोपी के खिलाफ धारा 384,385 IPC 509 (ख) तहत मामला दर्जकर आरोपियों को गिरफ्तार किया |


इस समाचार के प्रकाशन का उद्देश्य यही है कि मोबाईल धारक इस संचार यंत्र का सदुपयोग करे | ना कि किसी भी तरह से दुरूपयोग |