PMJAY Scheme: अगर आप भी अभी तक ईएसआईसी (ESIC) के लाभार्थी हैं तो यह खबर आपके काम की है. जी हां, कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) की चिकित्सा लाभ परिषद ने लाभार्थियों के लिए स्वास्थ्य सेवा पहुंच बढ़ाने को लेकर आयुष्मान भारत पीएम-जन आरोग्य योजना (PM-JAY) के साथ कर्मचारी राज्य बीमा (ESIC) योजना को एक साथ लाने की मंजूरी दे दी. लेबर मिनिस्ट्री ने अपने बयान में कहा कि दोनों योजनाओं को इंटीग्रेट करने का फैसला कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) हेड ऑफिस में आयोजित चिकित्सा लाभ परिषद की 86वीं बैठक में लिया गया.
बैठक की अध्यक्षता ईएसआईसी के महानिदेशक (डीजी) अशोक कुमार सिंह ने की. आयुष्मान भारत पीएम-जेएवाई (PM-JAY) दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है. इसका उद्देश्य 12 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों (लगभग 55 करोड़ लाभार्थी) को सालाना पांच लाख रुपये का हेल्थ इंश्योरेंस प्रदान करना है. परिषद ने राज्यों के लिए साझा सहायता मिशन (CSM) के क्रियान्वयन को मंजूरी दी. सीएसएम का मकसद बीमित व्यक्ति केंद्रित दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करते हुए राज्यों में ईएसआई की चिकित्सा सेवा वितरण प्रणाली में सुधार और मजबूती लाना है.
बुलडोजर के खौफ में डरे-सहमे लोग, नोटिस मिलते ही मची खलबली! बहराइच हिंसा में अब तक 87 लोग गिरफ्तार
इसके अलावा, काउंसिल ने लाभार्थियों के लिए सालाना निवारक स्वास्थ्य जांच और जागरूकता शिविर शुरू करने को मंजूरी दी, ताकि लाइफस्टाइल विकारों के निदान और बीमित व्यक्तियों / महिलाओं / ट्रांसजेंडरों में पोषण संबंधी कमियों का पता लगाने पर फोकस किया जा सके. पीएम-जेएवाई (PM-JAY) के तहत पिछले दिनों 70 साल से ज्यादा की उम्र वाले लोगों को भी बीमा कवर देने का ऐलान सरकार की तरफ से किया गया है. आंकड़ों के अनुसार 12,696 निजी अस्पतालों समेत कुल 29,648 अस्पताल आयुष्मान योजना के तहत लिस्टेड थे. योजना अभी 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में लागू है.
आयुष्मान भारत योजना या पीएमजेएवाई देश की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना है. इसका मकसद गरीब परिवारों को अच्छी सेहत देने का है. योजना के तहत, गरीब परिवारों को बीमार होने पर इलाज के लिए पैसे नहीं देने पड़ते. यानी, अगर आप इस योजना में शामिल हैं और बीमार पड़ जाते हैं, तो आपको अस्पताल में भर्ती होने, दवाइयां खरीदने या अस्पताल में भर्ती होने पर अपनी जेब से भुगतान नहीं करना होगा. योजना का फायदा हर परिवार उठा सकता है चाहे परिवार कितना बड़ा हो या कितना ही छोटा हो. इसके अलावा इसमें आप सरकारी या प्राइवेट किसी भी अस्पताल में इलाज करवा सकते हैं.