कर्ज के बोझ तले दबे पंच-सरपंच ने दारू भट्टी की तिजोरी में किया था हाथ साफ़ , सरपंची चुनाव हारने के बाद कर्ज की अदायगी के लिए चोरी की घटना को दिया अंजाम 

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रिपोर्टर – मनोज सिंह चंदेल 

राजनांदगांव / राजनांदगांव के छुईखदान में शराब भट्टी में हुई चोरी के खुलासे ने पुलिस को हैरत में डाल दिया है | दारू भट्टी में चार दिन पहले अज्ञात चोरो ने लगभग 32 लाख की रकम पर हाथ साफ़ कर दिया था | चोरो की खोजबीन के लिए पुलिस के बिछाये जाल में आधा दर्जन संदेही फंसे | इनमे से चार को धर दबोचते हुए पुलिस ने उनके पास से 22 लाख की रकम बरामद की है | चोरों ने अपनी आपबीती सुनाकर पुलिस को सोचने पर मजबूर कर दिया | दरअसल दारू भट्टी में हाथ साफ़ करने वाले कोई पेशेवर चोर नहीं थे , बल्कि पूर्व पंच-सरपंच साहब थे | लंबे समय तक वो अपने गांव के पंच रहे और कई बार कार्यकारी सरपंच की कुर्सी भी संभाली थी | इस बार के पंचायत चुनाव में आरोपी मानकराम जंघेल पंच का चुनाव जीतकर सरपंच पद के प्रमुख दावेदार थे | लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया | नतीजतन एक ओर जहां उन्होंने चुनाव हारा वही दूसरी ओर चुनावी खर्च की बकाया रकम की अदाएगी को लेकर कई लोग उन पर टूट पड़े थे | लिहाजा पंच महोदय ने नौकरी करने का फैसला किया | कर्ज के बोझ तले दबे इस पंच ने स्थानीय शराब भट्टी में काम करना मुनासिब समझा | उसकी नजर भट्टी की तिजोरी पर थी | मात्र 14 दिन की नौकरी के उपरांत आरोपी पंच ने अपने सहकर्मियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया |        

राजनंदगांव जिले के छुईखदान स्थित शराब दुकान में बीते दिनों हुई चोरी के मामले में पुलिस ने सफलता हासिल की है | पुलिस के मुताबिक शराब दुकान के ही चार कर्मचारियों को गिरफ्तार कर उनके पास से चोरी की लगभग 22 लाख की रकम भी बरामद की गई।छुईखदान इलाके की शराब भट्टी में बीते 9-10 फरवरी की दरमियानी रात लगभग ₹24 लाख 31 हजार 750 रूपये  की रकम अज्ञात चोरों के द्वारा हाथ साफ़ किये जाने की सूचना पुलिस को दी गई थी। शराब दुकान के एक कर्मचारी राकेश वर्मा ने मामले की रिपोर्ट छुईखदान थाने में दर्ज कराई थी। घटना का जायजा लेने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे थे | उन्होंने मौका ए वारदात का बारीकियों से निरीक्षण करने के बाद आरोपियों की तलाश के लिए रणनीति तैयार की | मामले की जांच के दौरान चोरी की इस घटना में स्थानीय शराब दुकान से जुड़े कर्मचारियों पर ही संदेह हुआ |

दरअसल तिजोरी से रुपए चोरी करने के लिए चोरो ने लॉकर को नहीं तोड़ा था बल्कि उसे चाबी से खोल कर रुपए अपने साथ ले गए थे | यही नहीं चोरो ने सीसीटीवी का हार्ड डिस्क भी चोरी कर लिया था। चोरो की इस हरकत से पुलिस को इस घटना में शराब दुकान के कर्मचारियों के शामिल होने की आशंका नजर आई । लिहाजा पूछताछ के दौरान उसने शराब भट्टी और तिजोरी की चाबी रखने वाले शख्स से पूछताछ की | गुच्छे से मुख्य द्वार पर लगने वाले ताले की एक चाबी पुलिस को गायब मिली थी । इसके अलावा लॉकर की चाबी भी शराब दुकान के भीतर नियत स्थान पर रखे जाने की जानकारी मिली | पुलिस ने इस वारदात में यहां काम करने वाले जानकार व्यक्ति के द्वारा ही इस घटना को अंजाम दिए जाने की ओर तहकीकात शुरू की |  

इसी दिशा में जब जांच आगे बढ़ी तो शराब दुकान के कुछ कर्मचारियों ने  पूछताछ में बताया कि शराब दुकान के एक अन्य कर्मी मानक राम जंघेल ने एक दो दिन पूर्व  4-5 लाख रूपये जुए में जीता है। इसके बाद पुलिस ने मानक राम से पूछताछ की तो उसने पुलिस को गुमराह करने में कोई कसर बाकि नहीं छोड़ी | वो पूछताछ के दौरान जीती गई इस रकम के बारे में अलग-अलग बयान देता रहा। पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो मानक राम ने अपना अपराध कबूल कर लिए | उसने अपने साथियों के साथ चोरी की इस घटना को अंजाम देना स्वीकार किया । आरोपी मानक राम ने बताया कि हाल ही के पंचायत चुनाव में वो पंच-सरपंच का प्रत्याशी था | उसके ऊपर काफी कर्ज हो गया था | जिसकी अदायगी करने के लिए उसने अपने सहकर्मियों के साथ मिलकर उसने इस चोरी की घटना को अंजाम दिया था । 

पुलिस ने इस वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी मानक राम जंघेल के साथ पुनीत राम जंघेल, मोहित यादव और मोहन पाल को भी गिरफ्तार किया है | आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने चोरी किए गए रकम में से 22 लाख, 79 हजार 8 सौ 10 रुपए और सीसीटीवी के डीव्हीआर बॉक्स को भी बरामद किया ।