लखनऊ : उत्तर प्रदेश में ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी केस पर फैसले से पहले वाराणसी कोर्ट को दहशतगर्दों ने बम से उड़ाने की धमकी दी है| इसके बाद उनकी खबर ली जा रही है|न्यूज़ टुडे को मिली जानकारी के मुताबिक यह धमकी भरी कॉल बीते गुरुवार 29 सितंबर को लखनऊ में सीएम आवास पर आई थी | इसमें ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी केस पर फैसले से पहले वाराणसी कोर्ट को बम से उड़ाने की खुली धमकी मिली है |
बताया जा रहा है कि 5 कालीदास मार्ग सीएम आवास पर आधी रात को आए धमकी भरे फोन को ड्यूटी स्टाफ ने रिसीव किया था|धमकी देने वाले से ड्यूटी स्टाफ ने पूछा कहां से बोल रहे हो? पूछते ही कॉलर में फोन काट दिया | ड्यूटी स्टाफ ने इसकी जानकारी सीनियर अधिकारियों को दी. इसके बाद साइबर टीम एक्टिव हो गई है |
लखनऊ पुलिस ने वाराणसी पुलिस को इस मामले की जानकारी देकर कोर्ट सुरक्षा बढ़ा दी है | उधर मोबाइल नंबर ट्रेस करते हुए साइबर टीम वाराणसी के एक सब्जी विक्रेता के पास पहुंची थी | हिरासत में लिए गए इस सब्जी विक्रेता ने कहा कि उसका मोबाइल चोरी हो चुका है|इस वजह से किसने की कॉल, उसको नहीं पता है|बताया जा रहा है कि जिस नंबर से धमकी भरी कॉल आई, वो सब्जी विक्रेता की बेटी के नाम पर रजिस्टर है |
शिवलिंग की एएसआई से जांच कराने की मांग को लेकर हिन्दू पक्ष जोर दे रहा है|ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी केस में बीते महीने 22 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन समेत अन्य ने कोर्ट में शिवलिंग की आकृति की एएसआई विशेषज्ञ से कार्बन डेटिंग कराने का अनुरोध किया था| इसके बाद मामले की सुनवाई 29 सितंबर को हुई. इस दिन अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कोर्ट में कहा था कि एएसआई से शिवलिंग की वैज्ञानिक जांच कराई जाए|