अब देश में संगीत सुनाकर डॉक्टर करेंगे बिना बेहोश किए सर्जरी, सरकारी संस्थानों को मिली अनुमति, ऑपरेशन थियेटर में भजन से लेकर फ्यूजन तक का आनंद ले सकेंगे मरीज, कोरोना मरीजों को भी मिलेगी सुविधा, शुरुआत इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल सांइस से

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पटना / कहा जाता है कि अच्छा संगीत मनुष्य को आत्मिक शांति प्रदान करता है | इसका जीवन में खासा महत्व है। यह भी कहा जाता है कि संगीत के सुरों से तनाव को कम करने में मदद मिलती है | पटना के इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल सांइस आईजीआईएमएस के हद्य रोग संस्थान में अब ओपन हार्ट की सर्जरी कराने वाले मरीजों को संगीत की सुविधा के साथ ऑपरेशन की इजाजत दी गई है | यह भी बताया जा है कि अब मरीजों को बेहोश करने की जरुरत नहीं पड़ेगी, बल्कि डॉक्टर और मरीज एक दूसरे से लगातार बातचीत कर सकेंगे। इस दौरान मरीज अपनी पंसद के संगीत में भजन से लेकर फ्यूजन तक का आनंद ले सकेंगे। इतना ही नहीं किसी तरह की तकलीफ होने पर मरीज डॉक्टर से अपने दर्द को भी सांझा कर सकेंगे।

प्रसार भारती न्यूज सर्विस-पीबीएनएस के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक आईजीआईएमएस में यह सुविधा बहाल कर दी गई है। इसमें पहले चरण में पांच मरीजों को चुना गया है। जिन्हें पहले से सांस की कोई बीमारी नहीं है। बिहार में पहली बार किसी सरकारी संस्थान ने इस तरह की सुविधा प्रदान की गई है | यह भी बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमित मरीजों को भी म्यूजिक थेरेपी देकर उनका तनाव कम किया जायेगा |

म्यूजिक थेरेपी का यह शोध ईरान के मजांदरन यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेस ने किया था, जिसे यूएस के जर्नल ने प्रकाशित किया। अमेरिका के नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन ने इस शोध को प्रकाशित किया। इस शोध ने पाया गया था कि संगीत सुनने से मरीज का दर्द कम हो जाता है। इस रिसर्च में ओपन हार्ट सर्जरी के बाद मरीज को संगीत सुनने की सलाह भी गई थी। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ के साथ किए गए शोध में 60 मरीजों पर अध्ययन किया गया। इसमें 56 महिलाएं थी, जिन्होंने कहा कि संगीत सुनने से सर्जरी के दौरान उन्हें दर्द कम हुआ शोध में यह भी खुलासा हुआ कि इन मरीजों को सर्जरी के बाद भी दर्द कम महसूस हुआ।

इसमें वैज्ञानिकों ने रोगियों को आईसीयू में एमपी3 प्लयेर व हेडफोन लगाकर संगीत सुनने की सलाह दी थी। यह शोध ईरान के मजांदरन यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेस ने किया था, जिसे यूएस के जर्नल ने प्रकाशित किया था।

इस संदर्भ में आखिल भारतीय आयुर्वेदिक संस्थान दिल्ली- एम्स की रेमोटोलोजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉक्टर उमा कुमार कहती हैं कि संगीत का प्रभाव स्वास्थ पर पड़ता है और कानों में संगीत की ध्वनि सीधे मस्तिष्क को भी प्रभावित करता है। उनके मुताबिक कान के माध्यम से संगीत मस्तिष्क के जिस भाग में जाता है, वहां बहुत असर डालता हैं, इससे कुछ न्यूरो केमिकल रिलीज होते हैं | उनके मुताबिक यह एक प्रकार का सकारात्मक हरमोन्स रिलीज करता है, जिससे सोचने समझने की ताकत बढ़ती है। यह बहुत प्रभाव डालते हैं रक्तचाप को कम करते हैं।

डॉ कुमार के मुताबिक पटना के डाक्टर की सर्जरी का संज्ञान नहीं है लेकिन बहुत पहले आंखों की सर्जरी की जानकारी है.. उसमें उन्होंने देखा कि संगीत सुनने से रक्तचाप सामान्य हो जाता है। यानि संगीत हमारे मन मस्तिष्क पर पॉजीटिव भूमिका का निर्वाह करता है। उन्होंने अपना अनुभव शेयर करते हुए कहा कि अक्सर यह देखा गया है कि संगीत तनाव को कम करता है, रक्तचाप और हदयगति को सामान्य करता है, ऐसे में ऑपरेशन जो अकसर तनाव का सबब होता है, संगीत से इस लेवल को कम किया जा सकता है।