रायपुर / सोशल मीडिया पर टिप्पणी को लेकर बर्खास्त हुई डिप्टी जेलर वर्षा डोंगरे का निलंबन सोमवार को खत्म कर दिया गया। राज्य सरकार ने वर्षा डोंगरे को कोरबा का डिप्टी जेलर नियुक्त किया है। वर्षा डोंगरे ने जेल में होने वाले अत्याचार को लेकर फेसबुक में कमेन्ट किया था, जिसके बाद पूर्व में रही बीजेपी सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया था। वर्षा डोंगरे को निलंबित हुए दो वर्ष से ज्यादा समय हो चुका था। वर्षा डोंगरे निलंबन के दौरान रायपुर सेन्ट्रल जेल में डिप्टी जेलर के पद पर पदस्थ थी।
बहुचर्चित 2003 पीएससी घोटाले को वर्षा डोंगरे ने ही उठाया था और हाईकोर्ट में उसे चुनौती दी थी। वर्षा की याचिका पर छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग की ओर से जारी परिणामों में चयनित 147 अभ्यर्थियों के चयन को लेकर सुनवाई करते हुए हाइकोर्ट के तत्कालीन चीफ जस्टिस दीपक गुप्ता की बेंच ने 26 अगस्त 2016 को सख्त फैसला दिया था। बेंच ने पुरानी सूची को स्कैन करने, स्केलिंग कर नए सिरे से मेरिट लिस्ट बनाने और रिवाइज कर नौकरी देने के आदेश दिया था। इस आदेश के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया। नई मेरिट सूची बनते ही यह तय था कि राज्य पुलिस सेवा और राज्य प्रशासनिक सेवा के कई अफसरों की नौकरी चली जाती। हाईकोर्ट के आदेश को चंदन संजय त्रिपाठी सहित अन्य अफसरों ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। इस मामले में हाईकोर्ट में स्पेशल पिटीशन फाइल की गयी, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के आदेश पर स्टे लगा दिया।