सफाये की ओर जनता कांग्रेस जोगी ? जमानत नहीं आसान , पहली बार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जोगी पिता-पुत्र पर कसा तंज | कहा – सभी दर्ज मामले “बीजेपी” शासनकाल के |    

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रायपुर / छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके पुत्र अमित जोगी के लगातार राजनैतिक हमले के बाद आखिरकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का अब धैर्य जवाब दे गया है | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके पुत्र अमित जोगी पर करारा तंज कसा है | उन्होंने कहा है कि दोनों के गैरकानूनी कार्यों को लेकर कानून अपना काम कर रहा है | इस मामले में बीजेपी को भी लपेटते हुए उन्होंने साफ तौर पर कहा, जिन मामलों में “जोगी कंपनी” के खिलाफ जांच हो रही है या गिरफ्तारी हुई है, वो बीजेपी ने दर्ज कराया था । उनके मुताबिक कांग्रेस ने तो सीनियर और जूनियर जोगी को विधायक, सांसद और मुख्यमंत्री तक बनाया है । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मामले में पहली बार बयान देकर साफ़ कर दिया है कि अब वो चुप नहीं बैठेंगे | मौजूदा राजनैतिक परिदृश्य में यह गौरतलब है कि अजीत जोगी और अमित जोगी के संकट में घिरने के बाद दोनों ही नेताओं से कथित तौर पर सहानुभूति रखने वाली बीजेपी और उसके किसी भी नेता ने इस मामले में चुप्पी साध लेना ही बेहतर समझा है | पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कन्नी काटते हुए पत्रकारों से दो टूक कहा कि अमित जोगी की गिरफ्तारी के मामले की उन्हें कोई जानकरी नहीं है | यही नहीं बीजेपी के पहली और दूसरी पंक्ति के किसी भी नेता ने अमित और अजित जोगी का समर्थन तो दूर “चार सौ बीसी ” के दर्ज मामले को लेकर कोई “बयान” तक जारी नहीं किये |    

हालांकि अजीत जोगी के फर्जी जाति प्रमाण पत्र और हाईपॉवर कमेटी के उन्हें गैर आदिवासी करार देने के बाद अजीत जोगी और अमित जोगी ने भूपेश बघेल पर राजनैतिक हमला और तंज कसने में कोई कसर बाकि नहीं छोड़ी थी | दोनों ही नेताओं ने भूपेश बघेल पर उस समय राजनैतिक हमले और तेज कर दिए थे जब , फर्जी जन्म प्रमाण पत्र को लेकर दर्ज “चार सौ बीसी” के प्रकरण में अमित जोगी की गिरफ्तारी हुई थी | जोगी पिता-पुत्र ने इस मामले को अपराधिक नहीं बल्कि राजनैतिक दुर्भावनावश की जा रही कार्रवाई करार दिया था | इस दौरान कांग्रेस ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बचाव करते हुए बीजेपी और जोगी पिता-पुत्र पर पलटवार किया था | 

उधर अमित जोगी की गिरफ्तारी और अजीत जोगी पर एफआईआर के बाद प्रदेश का सियासी पारा उस तरह नहीं गरमाया जिसकी उम्मीद की जा रही थी | रायपुर में प्रदेश सरकार के खिलाफ महज खानापूर्ति आंदोलन कर जोगी खेमे ने कांग्रेस के समक्ष हथियार डाल दिए है | जोगी पिता-पुत्र के मुश्किल में आते ही पार्टी के ज्यादातर नेता पलायन की स्थिति में आ गए है | कई ने तो कांग्रेस प्रवेश की अर्जी लगा दी है , तो कई बीजेपी में प्रवेश के लिए लालायित नजर आ रहे है | दंतेवाड़ा में खुली बगावत कर जोगी खेमे के कई नेताओं ने भूपेश बघेल के समक्ष कांग्रेस का दामन थाम लिया है | संकट के इस दौर में जनता कांग्रेस बिखरती नजर आ रही है | इधर खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए अमित जोगी बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में तो अजीत जोगी गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती बताये जा रहे है | अब अजीत जोगी के खिलाफ भी “चार सौ बीसी ” का प्रकरण दर्ज होने के बाद उन पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है | जबकि निचली अदालत में जमानत ख़ारिज होने के बाद अमित जोगी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है | बताया जा रहा है कि जोगी पिता-पुत्र के खिलाफ फर्जीवाड़े के ठोस दस्तावेजी प्रमाण होने के चलते दोनों की जमानत कानूनविदों को “आसान” नजर नहीं आ रही है | ऐसे में जनता कांग्रेस जोगी के भविष्य को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया है |