उपेंद्र डनसेना
रायगढ़। सिंगिंग कला गार्ड गिफ्टेड होती है, उपर वाले का करम होता है, तभी एक कलाकार इस दिशा में आगे बढ़ पाता है । बाकी प्रसिद्धी उसके रियाज और मेहनत पर होती है । रानु मंडल इसका ताजा उदाहरण है । बॉलीवुड के सुप्रसिद्ध गायक कलाकार जावेद अली ने आज प्रेस से चर्चा के दौरान यह बातें कही ।
चक्रधर समारोह में शिरकत करने के लिए पहुंचे जावेद अली ने कहा कि बॉलीवुड में पापुलेरिटी के साथ-साथ पैसा और ग्लैमर भी है । इसलिए लोग उसकी ओर सहज ही आकर्षित होते हैं । लेकिन एक आर्टिस्ट कभी छोटा नही होता । पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सिंगिंग विधा में पुराने गायकों ने माईल्ड स्टोन का काम किया है । उस दौर में गायिकी ज्यादा कठिन हुआ करती थी । पुराने समय में छोटी चीजें पकड में आ जाती थी । आज के दौर में एक कलाकार को छोटी मोटी गलती करने की छूट मिल जाती है ।
संगीत सम्राट राजा चक्रधर सिंह के संबंध में उन्होंने कहा कि राजा साहब ने संगीत के लिए जो कुछ किया है वह चिर स्थाई है । वे उनको नमन करते हैं और साथ-साथ इस माटी को भी नमन करते हैं । अपने अंदाज में गायिकी का एक अलग मुकाम हासिल करने वाले जावेद अली ने यह भी कहा कि एक गायक किसी भी गाने में हमेशा अपना शत प्रतिशत योगदान देता है । मगर अन्य चीजों के सुखद संयोग से ही कोई गाना हिट और सुपर हिट हो जाता है ।