सत्यमेव जयते: छत्तीसगढ़ पुलिस मुख्यालय में नया दौर , IPS जीपी सिंह बहाल, दिल्ली कैट के फ़ैसले के बाद मिल सकती है बड़ी जवाबदारी…

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रायपुर। छत्तीसगढ़ कैडर के 1994 बैच के IPS अधिकारी जीपी सिंह की बहाली हो गई है। बताया जाता है कि कैट के फैसले के बाद राज्य सरकार ने भी जीपी सिंह की बहाली का रास्ता साफ कर दिया है , जल्द ऑर्डर जारी होने की संभावना जताई जा रही है। एक बड़ी कानूनी लड़ाई के बाद जीपी सिंह को न्याय मिला है। उनकी गिनती अनुशासनप्रिय और ईमानदार अफसर के रूप में होती है। हालाकि पूर्ववर्ती भू-पे सरकार ने कई झूठे प्रकरण दर्ज कर जीपी सिंह को गैर-कानूनी रूप से अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी थी।

दरअसल तत्कालीन आरोपी मुख्यमंत्री भू-पे बघेल और उनकी संगिनी उपसचिव सौम्या चौरसिया के घोटालों और अपराधों को संरक्षण देने के मामले में तत्कालीन ACB-EOW चीफ जीपी सिंह ने अपने हाथ खड़े कर दिए थे। उनकी स्वच्छ छवि और कार्यप्रणाली से आहत भू-पे और उसके गिरोह ने षडयंत्र कर जीपी सिंह को झूठे मामले में फंसाया था। यहां तक कि उनकी नौकरी तक खत्म कर दी गई थी। आज जीपी सिंह की कैट में जीत के बाद नौकरशाही में खुशी की लहर देखी जा रही है।

भू-पे सरकार के गैर कानूनी कृत्यों पर एक बार फिर अदालत की मुहर लगी है। कैट ने जीपी सिंह से जुड़े मामलों को लेकर दूध का दूध और पानी का पानी साफ कर दिया है। छत्तीसगढ़ की झूठी तत्कालीन भू-पे सरकार के तथ्यों पर भरोसा कर भारत सरकार द्वारा अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्त किए गए IPS जीपी सिंह को बहाल कर दिया गया है। उन्हें कैट से बड़ी राहत मिली है। कैट ने चार हफ़्तों के भीतर जीपी सिंह से जुड़े सभी मामलों को निराकृत कर बहाल किए जाने का आदेश दिया है।

IPS अधिकारी जीपी सिंह को राज्य की तत्कालीन भू-पे सरकार की अनुशंसा पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लगभग साल भर पहले अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी थी। इसे पीड़ित पक्ष ने अदालत में चुनौती दी थी। बचाव पक्ष ने कई कानूनी तथ्य पेश कर तत्कालीन भू-पे सरकार की मंशा से कैट को रूबरू कराया था। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कैट ने जीपी सिंह के पक्ष में फैसला सुनाया है।

उधर कैट का फैसला आने के बाद जी पी सिंह ने , सत्यमेव जयते का गुणगान करते हुए कहा कि सत्य परेशान हो सकता है पर पराजित नही हो सकता। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की मंशानुरूप कानून की मजबूती और बेहतर पुलिसिंग के लिए वे सदैव कार्य करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस को जनोपयोगी बनाए जाने पर बल दिया जाएगा। पीड़ितो को न्याय और जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए वे सक्रिय रहेंगे। बताया जाता है कि 1.01.2024 को जीपी सिंह ने 30 वर्ष की सेवा पूर्ण कर ली है। वे DGP पद की योग्यता भी रखते हैं। बताया जाता है कि वरिष्ठता के आधार पर जीपी सिंह को बड़ी जवाबदारी सौंपी जा सकती है।