ग्वालियर / मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान में बड़ी लापरवाही के चलतेएक भी फ्रंट लाइन वर्कर को टीका नहीं लग सका | खास बात ये है कि सरकारी लिस्ट में कुल 940 लोगों के नाम थे, लेकिन सबके आगे एक ही मोबाइल नंबर लिखा था। ताज्जुब यह कि जिसका नंबर लिखा था, वैक्सीन लगवाने वालों में उसका नाम ही नहीं था। लापरवाही से नाराज निगम आयुक्त ने स्वास्थ्य अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
मामला ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल का है। वैक्सीनेशन की लिस्ट में 940 फ्रंट लाइन वर्कर्स के नाम के आगे जिसका मोबाइल नंबर लिखा था, वह स्वास्थ्य विभाग का एक ही कर्मचारी है, लेकिन वैक्सीन लगवाने वालों की सूची में उसका नाम ही नहीं था। जिन लोगों के नाम थे, उनके नंबर नहीं थे। नतीजा यह हुआ कि न तो किसी को मैसेज मिला, न ही किसी का वेरीफिकेशन हुआ और न ही कोई वैक्सीन लगवाने आया।
इस घटना के सामने आने के बाद कोरोना वैक्सीनेशन अभियान मजाक बन कर रह गया | टीकाकरण में निगम कर्मचारियों के नहीं पहुंचने पर निगमायुक्त शिवम वर्मा ने नाराजगी जताई है। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा है कि सूची में निगम कर्मियों के मोबाइल नंबर एक ही कैसे आए। इधर, टीकाकरण अधिकारी ने कहा है कि लिस्ट भोपाल से आई थी, इसलिए लापरवाही की जांच जरूरी है। उन्होंने कहा कि फिलहाल नई लिस्ट बनाकर फ्रंट लाइन वर्कर्स को टीका लगाने की तैयारी हो रही है।