भोपाल / रायपुर :छत्तीसगढ़ पुलिस के अधिकारियों समेत लगभग आधा दर्जन कर्मी भोपाल में एक वरिष्ठ पत्रकार के घर पहुंचे है। आज सुबह-सुबह छत्तीसगढ़ पुलिस स्टाफ को अपने दरवाजे में पहुँचने की खबर सुनकर वरिष्ठ पत्रकार महोदया हैरत में पड़ गई। दरअसल,वो अपने घर में मौजूद नहीं थीं। बताया जाता है कि वरिष्ठ पत्रकार विजया पाठक के शिवा जी नगर स्थित आवास में अचानक भिलाई की पुलिस टीम ने दस्तक दी है। बताते है कि पुलिस टीम ने पहले भोपाल पहुँचते ही स्थानीय थाने में विधिवत रूप से सुचना दी फिर विजया पाठक के आवास पहुंची।
जानकारी के मुताबिक महादेव एप्प को लेकर छत्तीसगढ़ पुलिस विजया पाठक से पूछताछ करना चाहती है। दरअसल,विजया पाठक ने छत्तीसगढ़ से लेकर दुबई तक चल रहे सट्टा एप्प महादेव को लेकर खोज-परख समाचार प्रकाशित किए थे। उनके समाचारो में उन पुलिस अधिकारियों और सत्ता के करीबी लोगो की भूमिका और कार्यप्रणाली का खुलासा किया गया था,जो महादेव एप्प को सरकारी सरंक्षण प्रदान कर रहे थे।
विजया पाठक ने अपनी ख़बरों के जरिए कई ऐसे खुलासे किए जो पुलिस सिस्टम की कार्यप्रणाली और अखिल भारतीय सेवाओं के अफसरों की भूमिका की जांच पर जोर देती है। बताया जाता है कि महादेव एप्प के जरिए अरबो का अवैध कारोबार हुआ था। इस एप्प के जरिए दुबई से लेकर रायपुर तक विभिन्न बैंको और हवाला के जरिए आए दिन करोडो की रकम इधर से उधर होती थी। इस अवैध कारोबार के फलने-फूलने को लेकर वरिष्ठ पत्रकार विजया पाठक ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी सलाहकारो,अफसरों और कुछ कारोबारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे।
बताते है कि विजया पाठक से इसी सिलसिले में पूछताछ करने छत्तीसगढ़ पुलिस भोपाल पहुंची है।हालाँकि महादेव एप्प की जांच अब ED के हवाले है। उसने फेमा कानून के तहत मामला दर्ज कर छत्तीसगढ़ पुलिस से कई जानकारियां मांगी है। उधर महादेव एप्प के असल कारोबार के खुलासे के बाद दुर्ग पुलिस ने आनन-फानन में मुकदमा दर्ज कर,दर्जनों आरोपियों को पकड़ा है। लेकिन इस कारोबार के कई बड़े हिस्सेदारो के गिरेबानो तक कानून के हाथ अब तक नहीं पहुंचे है। बताते है कि वरिष्ठ पत्रकार विजया पाठक ने इसी मुद्दे को खबरों के जरिए जग-जाहिर किया था।
उधर विजया पाठक के करीबी पत्रकार मणिशंकर पांडे ने न्यूज़ टुडे से चर्चा करते हुए कहा कि ED ने मामला दर्ज कर महादेव एप्प की जांच शुरू कर दी है। ऐसी स्थिति में विजया पाठक से छत्तीसगढ़ पुलिस की पूछताछ औचित्यहीन है। उन्होंने आरोप लगाया कि बगैर पूर्व सुचना के पुलिस इस आवास में पहुंची है।
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उन्होंने यह भी कहा कि विजया पाठक पर दबाव बनाने के लिए यह कदम उठाया गया है। उधर छत्तीसगढ़ पुलिस के भोपाल में पहुँचने के मामले की आधिकारिक जानकारी के लिए न्यूज़ टुडे छत्तीसगढ़ ने पुलिस के वरिष्ठ अफसरों से संपर्क किया। लेकिन मामले को लेकर कोई प्रतिउत्तर नहीं मिला।