News Today CG: छत्तीसगढ़ में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू होने के बाद पत्रकार सुनील नामदेव की गिरफ्तारी…

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रायपुर: मेरा कातिल ही मेरा मुंसिफ है, वो मेरे हक़ में फैंसला क्या देगा? छत्तीसगढ़ में पत्रकारों का यही हाल है। दरअसल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सीधे निर्देश के बाद पत्रकार सुनील नामदेव की गिरफ्तारी को आम जनता के साथ साथ पत्रकार समुदाय भी बड़ी हैरानी से देख रहा है।

31 मई की सुबह बिलासपुर की पुलिस ने पत्रकार सुनील नामदेव के निवास में दस्तक दी और उन्हें कुछ समाचारों के प्रकाशन को लेकर FIR दर्ज होने की सूचना देते हुए तत्काल अपने कब्जे में लिया इसके बाद स्थानीय माना थाने में पूछताछ शुरू की। प्रकाशित समाचारो के सबूत पेश करने की पत्रकार की ललकार के बाद पुलिस उस वक़्त नई उधेड़ बुन में जुट गई । जब पत्रकार ने उनसे पूछे गए सवालों का सटीक जवाब दिया ।

जानकारी के मुताबिक रायपुर के माना थाने में पूछताछ के बाद बिलासपुर पुलिस ने पत्रकार को IT एक्ट में दर्ज मामले की सूचना दे कर गिरफ्तार करने से इनकार कर दिया । लेकिन रायपुर पुलिस उन्हें सौप कर वापिस बिलासपुर लौट गई।

सूत्र बताते है कि रायपुर के IG अजय यादव, IG शेख आरिफ़ और दुर्ग रेंज के IG आनंद छाबड़ा दिन भर सुनील नामदेव को गिरफ्त में लेने की तरकीब और साजिश में जुटे रहे । आखिरकार पुलिस ने किसी MDMS नामक ड्रग्स बरामद होने का नया मामला सुनील नामदेव के खिलाफ दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने में कोई कसर बाकी नही छोड़ी । इसके पूर्व इस प्रकार के पत्रकार के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस पांच मामले दर्ज कर चुकी है। लेकिन फिर भी भ्रष्टाचार और इंसाफ में लेकर वरिष्ठ पत्रकार की आवाज़ खबरों को नही रोक पाई।

सूत्र बताते है कि पत्रकार सुनील नामदेव के स्वतंत्र रहते CM बघेल का जीना मुहाल हो गया है । रोजाना उनके दरबार के काले कारनामो का खुलासा हो रहा था । सरकार में कांग्रेस के रणनीतिकार IPS अफसरों ने दिन भर कड़ी मेहनत कर इस प्रकार के झूठे मामले में फसाने की एक बार फिर नई साजिश को अंजाम दिया है।

वरिष्ठ पत्रकार के खिलाफ दर्ज प्रकरणों की CBI एवं NCB जांच की मांग जोर पकड़ रही है। जनता अब बोलने लगी है, इंसाफ होकर रहेगा।