Jobs in Isreal: ईरान और इजरायल के बीच जारी युद्ध के बीच नौकरी की बंपर वेकैंसी निकली है. इजरायल ने अपने यहां नौकरी के लिए 15000 भर्तियां निकाली है. इजरायल ने 10,000 भारतीय कंस्ट्रक्शन वर्कर के लिए एक बार फिर से भर्ती अभियान चलाने के संबंध में भारत से संपर्क किया है. इसके साथ ही इजरायल 5000 केयरटेकर की भी भर्ती करेगा. ये पहली बार नहीं है, इससे पहले बीते साल भी इसी तरह से इजरायल ने कामगारों के लिए भारत से संपर्क किया था.
अब सवाल है कि युद्ध के बीच कौन वहां जाकर नौकरी करने के लिए तैयार होगा? अगर आपके मन में ये सवाल है तो बता दें कि युद्ध, गोली, बमबारी के से जूझ रहे इजरायल में नौकरी के लिए लाखों आवेदन किए जाते हैं. बीते साल भी नौकरी के लिए लोगों की लंबी लाइन लग गई थी. दरअसल इस नौकरी के लिए मिल रही सैलरी और सुविधाएं लोगों को आकर्षित करती है, जिसके चलते वो युद्ध के बीच वहां जाकर काम करने के लिए तैयार हो जाते हैं.
15000 लोगों के लिए नौकरी
इजराइल के पॉपुलेशन इमीग्रेशन एण्ड बॉर्डर ऑथोरिटी (PIBA) ने 15000 लोगों के लिए भर्तियां निकाली है, जिसके लिए यह कंपनी अगले हफ्ते भारत का दौरा करेगी. कंस्ट्रक्शन वर्कर की भर्ती के अभियान का दूसरा चरण महाराष्ट्र में होगा. इजरायल को अपनी हेल्थकेयर सेवाओं में सुधार लाने के लिए 5000 केयरटेकर की जरूरत है. नौकरी के लिए सभी जरूरी शर्तों को जारी कर दिया गया है. राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि इजराइल का यह नया अनुरोध साल की शुरुआत में किए गए इसी तरह के भर्ती अनुरोध के बाद आया है.
इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय श्रमिकों को निर्माण क्षेत्र में काम करने के लिए इजराइल ले जाया जाएगा. एक लाख से अधिक फलस्तीनी श्रमिकों पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद ऐसा किया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट में इजराइली दूतावास के आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया गया है कि दो मार्गों से लगभग 5,000 श्रमिकों की भर्ती की गई है. राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने सरकार-से-सरकार (जी2जी) भर्तियों को अंजाम दिया है जबकि विदेश मंत्रालय की देखरेख में निजी एजेंसियों ने व्यवसाय-से-व्यवसाय (बी2बी) भर्तियां की हैं. इजराइल के लिए निर्माण श्रमिकों की भर्ती के पहले दौर में कुल 16,832 उम्मीदवार कौशल परीक्षण में शामिल हुए थे जिनमें से 10,349 उम्मीदवारों का चयन किया गया.
कितनी मिलेगी सैलरी, क्या-क्या सुविधाएं
नौकरी के लिए चयनित लोगों को प्रति माह 1.92 लाख रुपये की सैलरी मिलेगी. इसके अलावा फ्री मेडिकल इंश्योरेंस, फ्री भोजन और आवास मिलेगा. सैलरी के अलावा कर्मचारियों को प्रति माह 16,515 रुपये का बोनस भी दिया जाता है. सैलरी और बोनस पैकेज देखकर लोग युद्ध के बीच काम करने के तैयार हो जाते हैं. बता दें कि पिछले साल नवंबर में दोनों सरकारों के बीच समझौता होने के बाद राष्ट्रीय कौशल विकास निगम ने भर्ती के लिए सभी राज्यों से संपर्क किया था. इस नौकरी के लिए भर्ती अभियान का पहला दौर उत्तर प्रदेश, हरियाणा और तेलंगाना में चलाया गया था.