नई दिल्ली: News Today : बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक सहित भारत के शीर्ष पहलवानों ने तीन महीने बाद पिछले हफ्ते, भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अपना आंदोलन फिर से शुरू कर दिया. उन्होंने बृजभूषण शरण सिंह पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोप की जांच के लिए एक निरीक्षण समिति के गठन के बाद अपना धरना समाप्त किया था. प्रदर्शनकारी पहलवान 23 दिसंबर को जंतर-मंतर लौट आए और डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ लगे गंभीर आरोपों पर चर्चा के लिए पीएम नरेंद्र मोदी से समय मांगा.
आपको बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह कैसरगंज से भाजपा के सांसद भी हैं. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई चल रही है, जहां पहलवानों ने WFI चीफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर याचिका दायर की है. जैसा कि पहलवानों ने सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग जारी रखी, ओलंपिक के ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में भारत के एकमात्र स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने भी उनका समर्थन किया है. अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए नीरज चोपड़ा ने लिखा, ‘अपने एथलीटों को न्याय की मांग करते हुए सड़कों पर देखकर मुझे दुख होता है. उन्होंने हमारे महान राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने और हमें गौरवान्वित करने के लिए कड़ी मेहनत की है.’
स्टार जैवलिन थ्रोअर ने आगे लिखा, ‘एक राष्ट्र के रूप में, हम प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह एथलीट हो या कोई आम नागरिक, उसकी गरिमा की रक्षा के लिए जिम्मेदार हैं. जो हो रहा है वह कभी नहीं होना चाहिए. यह एक संवेदनशील मुद्दा है और इससे निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से निपटा जाना चाहिए. न्याय सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए.’ भारत के विश्व कप विजेता पूर्व कप्तान कपिल देव ने भी पहलवानों का समर्थन करते हुए एक इंस्टाग्राम स्टोरी शेयर की. उन्होंने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर बजरंग और विनेश सहित अन्य पहलवानों की प्रेस कॉन्फ्रेंस की स्टोरी पोस्ट करते हुए लिखा, ‘क्या उन्हें कभी न्याय मिलेगा?’.
इससे पहले पहलवान रवि दहिया ने भी अपने साथियों के साथ खड़े होने के लिए अपने ट्विटर अकाउंट का सहारा लिया. रवि ने लिखा, ‘एक फौजी और एक खिलाड़ी हर देश का गौरव होता है और उनका सम्मान करना देश का कर्तव्य है.’ भारतीय ओलंपिक संघ ने WFI प्रमुख के खिलाफ आरोपों की जांच अभी पूरी नहीं की है, जबकि सरकार द्वारा गठित निरीक्षण पैनल के निष्कर्षों को अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है. एक नाबालिग रेसलर समेत 7 महिला खिलाड़ियों ने 21 अप्रैल को बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस को शिकायत दी थी, पर एफआईआर दर्ज नहीं किया गया. इसके बाद रेसलर्स ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की. अदालत आज इस याचिका पर सुनवाई करेगी.