तीन-चार महीने के बाद राज्य में कोरोना के केस 50 के करीब पहुंचे हैं। कोरोना के लगातार बढ़ते केस से चौथी लहर की आशंका बढ़ गई है। इसने चिंता बढ़ा दी है। सोमवार को राज्य में 43 एक्टिव केस मिले। इसमें रायपुर में सर्वाधिक 18 नए मामले मिले। राहत की बात यही है कि केस जरूर बढ़े हैं लेकिन कोई भी मरीज गंभीर नहीं है। मौत भी नहीं हुई। फिर भी जानकारों का कहना है कि कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़ना चिंता का विषय है। सावधानी जरूरी है। लापरवाही होने पर यह रोग फैलेगा फिर इसे नियंत्रित करना मुश्किल होगा।
कोरोना की तीसरी लहर के बाद स्थिति कुछ संभली थी। अप्रैल व मई में कोरोना के मामले कम थे। रफ्तार धीमी थी। अप्रैल के पूरे महीने में डेढ़ सौ से कम और मई के महीने में दो सौ से कम मरीज मिले। लेकिन जून के शुरुआती दिनों से ही कोरोना के मामले बढ़ने लगे। 1 से 13 जून तक राज्य में कुल 226 केस मिले।
इसमें सर्वाधिक रायपुर में 83 कोरोना केस हैं। पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना के 3677 लोगों की जांच की गई। इसमें से 43 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। संक्रमण दर 1.17 प्रतिशत रहा। रविवार को भी संक्रमण दर एक प्रतिशत से अधिक था। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि अगले दस दिन महत्वपूर्ण हैं। पूरे ट्रेंड पर नजर बनाए रख रहे हैं। अगर केस में आगे भी ऐसी ही बढ़ोत्तरी दिखी तो सख्ती भी बढ़ायी जाएगी।
इन जिलों में कोरोना के मरीज मिले
पिछले 24 घंटे में प्रदेश के 12 जिलों में कोरोना के 43 एक्टिव केस मिले। इसमें रायपुर में सर्वाधिक 18 मामले हैं। इसके अलावा दुर्ग में 5, सरगुजा में 5, बिलासपुर में 3, बेमेतरा में 3, गौरेला-पेंड्रा-मारवाही में 2, कबीरधाम 2, बलौदाबाजार 1, बलरामपुर में 1, कांकेर में 1, जशपुर 1 व बस्तर में 1 केस मिला।
तीन मार्च के बाद 15 से ज्यादा केस
कोरोना की तीसरी लहर का प्रकोप थमने के बाद से रायपुर सहित पूरे प्रदेश में तेजी से केस कम हुए थे। रायपुर में 3 मार्च को 15 से ज्यादा 20 संक्रमित मिले थे। उसके बाद से नए केस इकाई संख्या में आ गए थे। अब सोमवार यानी 13 जून को 18 संक्रमित मिले हैं। इसी तरह राज्य में 10 मार्च को 50 से ज्यादा 59 मरीज मिले थे। अब पूरे 93 दिन बाद 50 के करीब 43 मरीजों में कोरोना मिला है। विशेषज्ञों का कहना है चूंकि ये संख्या बढ़ते क्रम में है इसलिए चिंता का विषय है। अभी से सावधानी जरूरी है।