देश के इस राज्य में अब मंदिर में तैनात होंगे अनुसूचित जाति और जनजाति के पुजारी, मठ – मंदिरों से ब्राह्मणों का पत्ता साफ करने के लिए आरक्षण कार्ड, सरकार के इस कदम से नाराज कई ब्राह्मण पुजारी अदालत का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में

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तिरुवनंतपुरम / आरक्षण व्यवस्था अभी सरकारी संस्थानों में देखी जा रही थी | लेकिन अब केरल में पहली बार मंदिरों में अनुसूचित जाति और जनजाति के पुजारियों की नियुक्ति की रुपरेखा लागु कर दी है | मंदिरों में पुजारियों की नियुक्ति को लेकर आरक्षण रोस्टर के पालन किये जाने के ऐलान के बाद बवाल मच रहा है | सर्वोच्च मंदिर संचालक संस्था त्रावणकोर देवासम बोर्ड के प्रबंधन वाले तीर्थस्थल में अनुसूचित जनजाति का पुजारी तैनात किया जाएगा। केरल सरकार ने ऐतिहासिक पहल करते हुए करीब 1200 धर्मस्थलों की देखरेख करने वाले बोर्ड में एक एसटी और 18 अनुसूचित जाति के अंशकालिक और पूर्णकालिक पुजारी नियुक्त करने का निर्णय लिया है। 

राज्य सरकार त्रावणकोर देवासम बोर्ड में 18 एससी पुजारी भी तैनात करने जा रही है | त्रावणकोर देवासम बोर्ड एक स्वायत्त मंदिर संस्था है, जो भगवान अयप्पा के सबरीमाला मंदिर समेत इस दक्षिण भारतीय राज्य के बहुत सारे मशहूर धार्मिक संस्थानों का प्रबंधन करती है| केरल सरकार के धार्मिक मामलों के मंत्री कादाकंपाली सुरेंद्रन ने साफ़ किया कि अब मंदिरों को ब्राह्मणों के कब्जे से मुक्त किया जायेगा | फेसबुक में संदेश जारी कर उन्होंने बताया कि अंशकालिक पुजारियों की रिक्तियों को भरने के लिए एससी और एसटी श्रेणी की लिस्ट तैयार कर ली गई है |

उनके मुताबिक मंदिरों में एसटी और एसटी पुजारियों की नियुक्ति को लेकर विशेष अधिसूचना 5 नवंबर को जारी कर दी गई थी। उन्होंने बताया कि त्रावणकोर देवासम बोर्ड में अंशकालिक पुजारियों के पदों के लिए 23 अगस्त, 2017 को प्रकाशित लिस्ट में 310 लोगों को चयनित कर उनके नाम जारी कर दिए गए थे | उन्होंने कहा कि एससी/एसटी श्रेणी की परीक्षा के लिए उस समय पर्याप्त उम्मीदवारों के नहीं मिलने के कारण एक विशेष अधिसूचना तैयार करने के बाद उसे गुरुवार को जारी कर दिया गया। उनके मुताबिक बोर्ड में एसटी श्रेणी की चार रिक्तियां हैं, लेकिन सरकार को केवल एक ही आवेदन प्राप्त हुआ था।

उन्होंने बताया कि देवस्थल के तीन बोर्ड में 815 भर्तियां रिक्त है | इनमे 133 गैर ब्राह्मण पुजारी नियुक्त किये जायेंगे | मंत्री ने कहा कि लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट की वाम सरकार ने सत्ता में आने के बाद भर्ती बोर्ड का पुनर्गठन किया था | उनके मुताबिक अभी तक त्रावणकोर, कोचीन और मालाबार देवासम बोर्डों में विभिन्न पदों के लिए 815 उम्मीदवारों का चयन किया जा चूका है | राज्य सरकार ने अपने साढ़े चार साल के कार्यकाल के दौरान विभिन्न मंदिरों में करीब 133 गैर ब्राह्मण पुजारियों का चयन कर मठ – मंदिरों में खलबली मचा दी है |

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