हमीरपुर वेब डेस्क / पंजाब एंड सिंध बैंक की सैकड़ों पासबुक नाले में बह गई | कुछ लोगों ने पासबुक के अलावा कई फाइल और अन्य दस्तावेज पानी में बहते देखे तो उन्हें अटपटा लगा | उन्होंने फ़ौरन उसे बाहर निकाला | जब दस्तावेज पढ़े गए तो उनकी आंखे फटी की फटी रह गई | पानी में बह रही पासबुक में लेन -देन का पूरा ब्यौरा था | यही नहीं फाइलों में कई ऐसे दस्तावेज थे, जो लोन और उसके कार्यों से जुडी हुई थी | स्थानीय लोगों ने इसे हादसा समझकर सैकड़ों पासबुक नाले से बाहर निकाली | उन्होंने जब इसकी जानकारी बैंक अधिकारीयों को दी तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए मामले से पल्ला झाड़ दिया | लोगों ने फिर घटना की जानकारी पुलिस को दी |
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर ज़िले में एक बड़ा मामला सामने आया है | हालाँकि इस मामले को कोई लापरवाही के तौर पर देख रहा है, तो किसी को नए बैंक घोटाले का अंदेशा है | हाल ही में तीन चार दिनों तक हुई बारिश से तमाम जलस्त्रोत पानी से लबालब है | इसी दौरान एक नाले में पंजाब एंड सिंध बैंक की सैंकड़ों पासबुक और जरूरी कागजात बहते पाए गए |
जब इलाके के लोगों को नाले के पानी में बहती हुई सैकड़ों पासबुक और जरूरी कागजात नजर आए तो इलाके में हड़कंप मच गया | सैकड़ों पासबुकों के इस तरह से नाले के पानी में बहते देखकर उपभोक्ताओं को किसी घोटाले की शंका हुई | उन्होंने इस मामले की जानकारी पुलिस को दी | सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पूरी घटना का जायजा लिया | पुलिस ने ये सभी पासबुक पंजाब एंड सिंध बैंक की पाई |
हमीरपुर शहर में स्थित इस बैंक की पासबुक नाले में कैसे आई, पुलिस इसकी तफ्तीश में जुटी है | घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि अचानक रेलवे ब्रिज के नीचे बने नाले में सैकड़ों बैंक पासबुक पानी में तैरती मिली हैं | पानी में कुछ जरूरी दस्तावेज भी तैर रहे थे | लोगों के मुताबिक ज्यादातर पासबुकों में उपभोक्ताओं की रकम निकासी और जमा की इंट्री भी मौजूद है | जिसके बाद से स्थानीय उपभोक्ताओं में आक्रोश फैल गया है | स्थानीय सभासद नईम अख्तर ने मामले की जाँच की मांगी की है | उनका कहना है कि सुमेरपुर कस्बे में स्थित पंजाब एंड सिंध बैंक की शाखा के सैकड़ों खाता धारकों की बैंक पासबुक शहर से कई किलोमीटर दूर रेलवे ब्रिज के नीचे नाले में कैसे पहुंच गई | इसकी जांच होनी चाहिए |
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उधर बवाल मचने के बाद पहले तो बैंक इस घटना से पल्ला झाड़ते रहा | मामले के तूल पकड़ने के बाद सफाई देते हुए पंजाब एंड सिंध बैंक के मैनेजर के पी सिंह का कहना है कि यह सब वे पासबुक हैं जो या तो रिजेक्टड हैं या फिर डुप्लीकेट पासबुक हैं | जबकि दूसरी ओर ग्राहकों की दलील है कि बैंक की पास बुक जैसी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को नाले में बहा देना बैंक की घोर लापरवाही या घोटाला साबित हो रहा है | फ़िलहाल पुलिस ने इस मामले को लेकर बैंक से संपर्क किया है |