Hardik Pandya: ऑस्ट्रेलिया से वनडे सीरीज हारने के बाद भारतीय टीम की वर्ल्ड कप तैयारियों पर सवाल खड़े होने लगे हैं. गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग तीनों ही विभाग में टीम इंडिया की कुछ कमजोरियां सामने आई है. इन सब के बीच भारतीय टीम के लिए सबसे सकारात्मक चीज़ हार्दिक पांड्या का परफॉर्मेंस रहा है. इस ऑलराउंडर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के आखिरी और निर्णायक मुकाबले में जिस अंदाज में हरफनमौला प्रदर्शन किया है, उससे यह कयास लगाए जाने लगे हैं कि वर्ल्ड कप में हार्दिक पांड्या टीम इंडिया के सबसे अहम खिलाड़ी साबित हो सकते हैं.
चेपॉक में बीती रात (22 मार्च) खेले गए मैच में हार्दिक पांड्या ने शुरुआत में गेंद से लाजवाब खेल दिखाया और फिर बल्लेबाजी में भी वह टीम इंडिया को जीत की ओर ले जाते दिखे. हार्दिक ने इस मुकाबले में 8 ओवर गेंदबाजी की और 44 रन देकर 3 विकेट झटके. वहीं, बल्लेबाजी में उन्होंने 40 गेंद में तेज-तर्रार 40 रन जड़े.
जब शामी और सिराज हुए फ्लॉप तो..
चेपॉक वनडे में टीम इंडिया जब-जब बैकफुट पर दिखाई दी, तब-तब इस ऑलराउंडर ने अपनी टीम की मैच में वापसी कराई. मुकाबले की शुरुआत में जब ट्रेविड हेड और मिचेल मार्श की सलामी जोड़ी 10 ओवर में 60 से ज्यादा रन जड़कर पूरी तरह सेट नजर आ रही थी, तब कप्तान रोहित शर्मा ने हार्दिक पांड्या को गेंद थमाई और उन्होंने अपने ओवर की 5वीं ही गेंद पर यह खतरनाक होती साझेदारी तोड़ डाली. उन्होंने खास रणनीति से गेंदबाजी की और ट्रेविस हेड को उसी ओर शॉट जड़ने पर मजबूर किया जहां पहले से फील्डर मौजूद था.
बैक टू बैक चटकाए तीन विकेट
होर्दिक पांड्या ने ट्रेविस हेड (33) को पवेलियन भेजने के बाद अगले ही ओवर में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ (0) को भी पवेलियन भेज दिया. हार्दिक की बॉल को स्मिथ पढ़ नहीं पाए और विकेट के पीछे कैच दे बैठे. हार्दिक यहीं नहीं रूके. अपने तीसरे ओवर में उन्होंने इस सीरीज में सबसे ज्यादा रन जड़ने वाले मिचेल मार्श को भी आउट कर दिया. हार्दिक ने मिचेल मार्श (47) के सीधे स्टम्प बिखेरे. इस तरह हार्दिक ने 17 रन के भीतर कंगारू टीम का टॉप ऑर्डर बिखेर दिया और टीम इंडिया की वापसी करा दी.
टारगेट चेज़ करते हुए जब टीम इंडिया ने गंवा दिए 6 विकेट
भारतीय टीम जब 270 रन के टारगेट का पीछा करते हुए 151 रन पर 4 विकेट गंवा चुकी थी, तब हार्दिक पिच पर आए थे. उन्होंने कोहली के साथ मिलकर 34 रन जोड़े ही थे कि कोहली पवेलियन लौट गए. अगली ही गेंद पर सूर्यकुमार यादव (0) भी चलते बने. यहां टीम इंडिया पर जबरदस्त दबाव बन चुका था. भारतीय टीम को अब 88 गेंद पर 85 रन की दरकार थी और सभी टॉप-6 बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे. यहां से हार्दिक ने ताबड़तोड़ खेल दिखाते हुए टीम इंडिया पर से दबाव कम किया. हालांकि वह बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में एडम जम्पा का शिकार बन बैठे. जब वह आउट हुए तब इंडिया को महज 52 रन की दरकार रह गई थी.
बड़े मैचों के खिलाड़ी हैं हार्दिक
टी20 क्रिकेट में तो हार्दिक कई मौकों पर अपनी अहमियत साबित कर ही चुके थे लेकिन चेपॉक में जिस अंदाज में उन्होंने ऑलराउंडर प्रदर्शन किया, उससे यह भी साबित हो गया कि वनडे क्रिकेट में भी टीम इंडिया को उनकी बड़ी जरूरत पड़ने वाली है. पांड्या बड़े मैचों के खिलाड़ी है और अधिकतर ऐसे ही मौकों पर उनकी लाजवाब परफॉर्मेंस आती है, जब परिस्थितियां टीम इंडिया के पक्ष में नहीं होती हैं. ऐसे में साफ है कि वर्ल्ड कप में वह टीम इंडिया के सबसे अहम खिलाड़ी साबित हो सकते हैं.