जेल मे फांसी , सजा नहीं बल्कि आत्मग्लानि के चलते विचाराधीन अफसर कैदी ने उठाया कदम , 1 करोड़ 10 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़े गए अफसर ने जेल की कोठरी में लगाई फांसी

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हैदराबाद /  तेलंगाना में 1 करोड़ 10 लाख रुपए रिश्वत लेने के आरोप में रंगे हाथ पकड़े गए एक प्रशासनिक अधिकरी ने जेल की कोठरी में फांसी लगा ली |आरोपी अफसर सीनियर तहसीलदार के पद से डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदोन्नत होने वाला ही था कि रिश्वत लेते धरा गया | जानकारी मिली है कि  हैदराबाद की चंचलगुडा जेल में बंद तेलंगाना सरकार के इस अधिकारी ने खुदकुशी कर ली है | पुलिस ने घटना की तस्दीक करते हुए न्यूज़ टुडे को जानकारी दी कि उनका शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है | उसके मुताबिक कीसरा इलाके के तहसीलदार इरवा बलराजू नागराजू के जेल में फांसी लगाने की घटना की पड़ताल की जा रही है | एसीबी ने नागराजू के आवास से 36 लाख रुपए, आधा किलो सोना और करोड़ों की  अचल संपत्ति के दस्तावेज भी बरामद किए थे |  

 हाल ही में तहसीलदार इरवा बलराजू नागराजू को 1 करोड़ 10 लाख  रुपए की रिश्वत लेते हुए एसीबी ने रंगे हाथ पकड़ा था | पुलिस ने बताया कि  इरवा बलराजू नागराजू ने कब और कैसे जेल की कोठरी में फांसी लगाई , तथ्य इक्कठा किये जा रहे है | इस बारे में जेल प्रहरियों से भी पूछताछ की जा रही है | उसके मुताबिक मृतक के शव को ऑटोप्सी के लिए उस्मानिया अस्पताल भेजा गया | इस मामले में दबीरपुरा पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है | 

 तेलंगाना के भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो ने 14 अगस्त को एक रियल एस्टेट डीलर से रिश्वत लेने के आरोप में तत्कालीन तहसीलदार को गिरफ्तार किया था |  उन्होंने कथित तौर पर हैदराबाद के बाहरी इलाके कीसरा मंडल के रामपल्ली दयारा गांव की 19 एकड़ भूमि से संबंधित जमीन के मुद्दे को निपटाने के लिए 2 करोड़ रुपए की मांग की थी | मामले की भनक लगने के बाद एसीबी ने उन्हें नगद रकम के साथ धर दबोचा था |  

नागराजू,के अलावा एसीबी ने रियल एस्टेट डीलर चौला श्रीनाथ, एक अन्य रियल एस्टेट डीलर के. अंजी रेड्डी और सहायक राजस्व अधिकारी बोंगू साई राज के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की थी |  इन चारों को गिरफ्तार कर एसीबी मामलों की विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया था, जिसने इन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया था |