युवाओं में नशे की लत को रोकने के लिए सरकार उठा रही है कारगर कदम, कोटपा एक्ट तहत होगी कार्रवाई

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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा घोषित निरोगी राजस्थान की परिकल्पना के तहत युवाओं में नशे की लत को रोकने के लिए कारगर कदम उठाने के लिए “तंबाकू मुक्त प्रदेश बनाने” की संकल्पना की गई है. इसके तहत विभाग की 100 दिवसीय कार्ययोजना के अंतर्गत तंबाकू मुक्त राजस्थान के लिए सरकार और विभाग के साथ-साथ मीडिया की सकारात्मक भूमिका को लेकर मंगलवार को सीएमएचओ कार्यालय सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस की.

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कोटपा एक्ट के होगी कार्रवाई
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बलवंत मंडा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री के निरोगी राजस्थान अभियान के तहत युवाओं में नशे की लत को दूर करने के लिए तंबाकू मुक्त राजस्थान अभियान के तहत अवैध रूप से तंबाकू उत्पादों की बिक्री व उपयोग करने वालों पर कोटपा एक्ट के अंतर्गत नियमानुसार चालान कार्रवाई के साथ ही समझाई करने की गतिविधियां जिले भर में आयोजित की जा रही हैं. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार तंबाकू मुक्त राजस्थान अभियान के तहत जिला स्तरीय व खंड स्तरीय कोर कमेटी का गठन किया गया है जो तंबाकू मुक्त अभियान के तहत अपनी नियमित कार्रवाई कर रही है.

मीडिया की सकारात्मक भूमिका महत्वपूर्ण है
डॉ बलवंत मंडा ने बताया कि तंबाकू मुक्त राजस्थान की संकल्पना को पूरा करने के लिए मीडिया की सकारात्मक भूमिका महत्वपूर्ण है. उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे तंबाकू मुक्त राजस्थान अभियान के तहत चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के साथ अन्य विभागों से समन्वय स्थापित करके विभिन्न गतिविधियां संचालित कर तंबाकू उत्पादों के सेवन एवं अवैध विक्रय करने के लिए कोटपा एक्ट के तहत नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है. राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अधीन टीमें जिले भर में सरकारी संस्थानों स्कूलों आंगनबाड़ी केंद्रों को तंबाकू मुक्त परिसर बनाने के लिए मुहिम चलाकर लोगों को जागरुक करने का कार्य कर रही हैं.

महाअभियान संचालित किया जाएगा
डॉ मंडा ने बताया कि इसी के तहत 30 अप्रैल 2022 को राज्य स्तर से महाअभियान संचालित किया जाएगा जिसके तहत एसआरकेपीएस एनजीओ के साथ मिलकर अवैध रूप से तंबाकू उत्पादों का विक्रय एवं सेवन करने वालों पर कोटपा एक्ट के तहत चालान की कार्रवाई के साथ ही इसका सेवन नहीं करने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा. इस अभियान को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग के साथ ही अन्य विभागों का समन्वय स्थापित करते हुए कार्य योजना के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

मौजूद रहे अधिकारी
मीडिया को संबोधित करते हुए डॉ मंडा ने आमजन से निवेदन किया कि आप भी सहभागिता निभाते हुए तंबाकू मुक्त राजस्थान की संकल्पना को पूरा करने के लिए आगे आएं और तंबाकू मुक्त राजस्थान बनाने में अपनी भूमिका निभाएं. इस अवसर पर तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के सोशल वर्कर दीपक जेलिया, डीपीओ द्वितीय रवि भदौरिया, नवीन कुमार, जिला आईईसी समन्वयक मोहन मेहरिया व एसआरकेपीएस एनजीओ के प्रोग्राम ऑफिसर सोनित कुमार मंडल आदि उपस्थित रहे.