रायपुर : छत्तीसगढ़ में कोल खनन घोटाले में शामिल आरोपी सुपर सीएम सौम्या चौरसिया का भाई अनुराग और खास सहयोगी निखिल चंद्राकर समेत दर्जन भर आरोपियों के खिलाफ ED ने चार्जशीट पेश कर दी है,कानून के जानकारों के मुताबिक ED ने चालान में घोटाले और अवैध वसूली के आरोप भी प्रमाणित कर दिए है। ED ने अपनी अगली कार्यवाही के लिए नए आरोपियों की झलक भी चालान में दिखा दी है। बावजूद इसके आरोपी सौम्या चौरसिया से मात्र 17 करोड़ के लेनदेन की बात का हवाला चार्जशीट में देकर लोगो को हैरान कर दिया है। कोर्ट में आज चार्जशीट पेश करते वक्त ED की ओर से वरिष्ठ अधिकारियों के बजाए कनिष्ट अधिकारी नजर आए। इन सभी अफसरों ने मीडिया से दूरियां बनाए रखी | इसके चलते ED की कार्यवाही और चालान से जुड़े कई सवालों के उत्तर नहीं मिल पाए।
छत्तीसगढ़ में कोल खनन घोटाले में गिरफ्तार आरोपियों से ED लगभग 152 करोड़ की सम्पति अब तक जब्त कर चुकी है। हालाँकि इसमें 17 करोड़ के इजाफे की खबर मिल रही है। ताजा जानकारी के मुताबिक ED ने घोटाले की मास्टर माइंड आरोपी सुपर सीएम सौम्या चौरसिया से लगभग 17 करोड़ के लेन-देन का हवाला अपनी चार्जशीट में दिया है। इस चार्जशीट में सम्पति की जब्ती,खरीद-फरोख्त और हवाला जैसे आर्थिक अपराधो की पुष्टि की है। जानकारी के मुताबिक इस चार्जशीट से ED के मौजूदा आरोपियों से जब्त सम्पति का आंकड़ा 152 से बढ़कर 170 करोड़ के लगभग पहुँच गया है।
हालांकि जब्त सम्पति का यह आंकड़ा आरोपियों की आय की तुलना में काफी कम,ऊंट के मुँह में जीरा की तर्ज पर बताया जा रहा है।आरोपियों से जब्त संपत्ति का आंकड़ा लोगो के गले नहीं उतर रहा है। मामले की विवेचना और जब्ती को लेकर ED की आरोपियों से अटैच सम्पति काफी कम और कमजोर बताई जाती है। यह भी बताया जा रहा है कि ED के आरोपियों के पास अब भी छत्तीसगढ़ सरकार की तिजोरी में सेंधमार कर अर्जित की गई अरबो की सम्पति की ना तो जांच की गई है,और ना ही उसे अटैच करने का कोई प्रयास किया जा रहा है। बताते है कि सौम्या चौरसिया के खिलाफ पेश चालान में मात्र 17 करोड़ की सम्पति का खुलासा करने से कई लोग हैरानी जता रहे है।
चालान का अध्ययन करने में जुटे कानून के जानकारों को ED की जब्ती और चालान के कई तथ्य गले नहीं उतर रहे है।उनका मानना है कि खुले बाजार में ही आरोपियों की हजारो करोड़ की सम्पति मौजूद है,जो बीते डेढ़-दो सालो में नाते-रिश्तेदारों और बेनामी रूप से कब्जाई हुई है। इसके बारे में ED ने चालान में कोई उल्लेख नहीं किया है। गौरतलब है कि बचाव पक्ष के वकील फैजल रिज़वी आरोपी सूर्यकांत गिरोह की पेश चार्जशीट के दौरान पूर्व में कह चुके है कि,ED ने पहले 500 करोड़ के घोटाले की बात कही थी,लेकिन मात्र 152 करोड़ की सम्पति अटैच करने की जानकारी कोर्ट को दी है। अब सौम्या से मात्र 17 करोड़ की सम्पति की जब्ती का हवाला चार्जशीट में देना,चर्चा का विषय बना हुआ है।
रायपुर की विशेष अदालत में गहमागहमी के बीच जेल में बंद सीएम बघेल की करीबी सौम्या चौरसिया के खिलाफ ED ने चालान पेश कर लोगो को हैरानी में डाल दिया है। ईडी ने मनी लांड्रिंग और कोल लेव्ही की वसूली के मामले को चालान में प्रमाणित किया है। लेकिन जेल में बंद शेष आरोपी उप संचालक खनिज एसएस नाग, संदीप कुमार नायक, दीपेश टांक, और राजेश चौधरी की सम्पति का ब्यौरा विशेष अदालत में पेश चालान में दर्ज नहीं किया।
विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की अदालत में इस प्रकरण की सुनवाई पर लोगो की निगाहें लगी रही। सौम्या चौरसिया समेत अन्य आरोपी जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अदालत में हाजिर हुए। इनमे से दो आरोपियों की तीन दिनों की ED रिमांड खत्म होने पर पेश किया गया था । खनिज विभाग के डिप्टी डायरेक्टर एसएस नाग, संदीप कुमार नायक, दीपेश टांक, और राजेश चौधरी को 14 दिनों की न्यायिक रिमांड पर 13 फरवरी तक जेल भेज दिया गया है। मामले की अगली सुनवाई 14 फरवरी को होगी।
राज्य के कोल खनन घोटाले में जेल में बंद सौम्या चौरसिया समेत लगभग दर्जन भर आरोपियों में से ED अब तक 10 आरोपियों के खिलाफ चालान में कई प्रामाणिक तथ्य पेश किए है। बताते है कि इस चार्जशीट में सौम्या के अलावा निखिल चंद्राकर, एस एस नाग, संदीप कुमार नायक, दीपेश टांक, राजेश चौधरी,कैलाश तिवारी,रजनीकांत तिवारी और अनुराग चौरसिया समेत 10 आरोपियों के आर्थिक अपराधों का दस्तावेजों के साथ ब्यौरा पेश किया गया है।
ईडी ने सीआरपीसी की धारा 173 के तहत लिफाफा बंद एक आवेदन भी कोर्ट में पेश किया। बताते है कि यह आवेदन आने वाले दिनों ED की कार्यवाही पार्ट-2 की रुपरेखा को अदालत के संज्ञान में लाता है। बताते है कि सौम्या चैप्टर की जांच आने वाले दिनों नए खुलासो की ओर बढ़ती नजर आ रही है। जानकारी के मुताबिक ED ने अपनी आगामी जांच में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ चालान पेश करने की कोर्ट से अनुमति मांगी है। बताते है कि कोर्ट ने इसे मंजूर कर लिया है।
उधर,ED के वकील सौरभ पांडे ने न्यूज़ टुडे से चर्चा करते हुए कहा कि अभी इन्वेस्टिगेशन जारी है। सौम्या चौरसिया के चालान को देखकर जब्ती का आंकड़ा मत तय कीजिये। उन्होंने कहा कि हमारी विवेचना अभी जारी है,जिस तरह के सबूत और दस्तावेज सामने आ रहे है उन्हें जुटा कर एजेंसियां सबूतों को अदालत के संज्ञान में ला रही है। जैसे-जैसे तथ्यों की पुष्टि होगी वैसे -वैसे जब्त सम्पति का आंकड़ा भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि अभी कई और आरोपी सामने आएँगे सौम्या चौरसिया तो अभी एक कड़ी मात्र है। सौरभ पांडे ने कहा कि सौम्या चौरसिया का करींबी मनीष उपाध्याय समेत कुछ आरोपी फरार है। निखिल चन्द्राकर से लम्बी पूछताछ के बाद कई तथ्य हासिल हुए है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों भी हमारी कार्यवाही जारी रहेगी। उनके मुताबिक ED के गवाहों को प्रभावित किए जाने को लेकर कुछ सरकारी अधिकारियों की कार्यप्रणाली से भारत सरकार को अवगत कराया गया है।