CG BREAKING : छत्तीसगढ़ में टली ED की गिरफ़्तारी, सुपर सीएम टुटेजा समेत आधा दर्जन अधिकारियो और कारोबारियों की फूली सांसे, अस्पताल से लेकर अदालत परिसर तक गहमा गहमी, जाने क्यों टली गिरफ़्तारी…? देखे विडियो

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रायपुर / दिल्ली : छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निर्देशालय की छापेमारी अब समाप्ति की ओर है। बताते है कि लगभग 33 में से दर्जन भर ठिकानो में ED की कार्यवाही गुरुवार देर शाम तक भी नजर आई। हालांकि ED ने छापेमार कार्यवाही को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। सिर्फ कयासों के दौर के बीच ED दफ्तर से लेकर अदालत परिसर तक चर्चित अधिकारियों और कारोबारियों की गिरफ़्तारी को लेकर गहमा-गहमी रही।

अदालत परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। सुरक्षा के नाम पर भारी भरकम पुलिस बल सडको पर देखकर लोगो को हैरानी हुई। अदालत परिसर के भीतर-बाहर प्रवेश को लेकर कई पक्षकार और उनके सहयोगी पुलिस कर्मियों से तू तू-मै मै करते भी नजर आये।  

बताते है कि ED दफ्तर में दिनभर सामान्य प्रक्रिया के तहत संदेहियों से पूछताछ का दौर जारी रहा, बारी-बारी से सभी के बयान दर्ज कराये जाने की जानकारी प्राप्त हुई। सूत्रों के मुताबिक कई संदेहियों द्वारा जाँच में सहयोग नहीं किया गया। जबकि कुछ संदेहियों ने अपना पक्ष मजबूती के साथ रखने के लिए अतिरिक्त वक्त दिए जाने की गुहार लगाई थी।

सूत्र बताते है कि ED के अफसरों ने सभी को उनका पक्ष रखने का भरपूर मौका दिया। यह भी नजर आया की ED दफ्तर में सामान्यता तमाम संदेही अपने सहयोगियों से संपर्क में रहे। उनके साथ किसी भी तरह का आपत्तिजनक व्यवहार किये जाने की कोई खबर नहीं मिली। 

बताते है कि कई परिजनों ने अपने घर से लाया हुआ खाना संदेहियों को सौंपा। उनका कुशलक्षेम भी पूछा, फिर संतोष भी जताया। न्यूज़ टुडे छत्तीसगढ़ ने ED दफ्तर में संदेहियों और उनके मुलाकातियों के अलावा कई चश्मदीदों से बातचीत की। उनसे ED की कार्यप्रणाली और उस पर लग रहे आरोपों की पड़ताल भी की। लेकिन किसी ने भी ED पर ना तो ज्यादती करने का आरोप लगाया और न ही किसी ही संदेही के परिजनों ने मारपीट और प्रताड़ना जैसे आरोपों की तस्दीक की। 

छत्तीसगढ़ में ED की कार्यवाही को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार गंभीर आरोप ED पर लगा रहे है। आज ED दफ्तर में मुख्यमंत्री बघेल के करीबी अधिकारियो और उनके शुभचिंतको का जमावड़ा लगा रहा। छत्तीसगढ़ पुलिस के कई कर्मी भी मौके पर मौजूद रहे, ED दफ्तर में रोजाना की तरह पूछताछ की प्रक्रिया पूरी तरह से सामान्य नजर आई। मौके पर मौजूद किसी भी कारोबारी, उद्योगपति, आरोपी और गवाह ने ED के पूछताछ के किसी भी तौर तरीको को आपत्तिजनक और गैर क़ानूनी नहीं बताया। 

बताते है कि विवेचना का दौर दिन भर जारी रहा, समय भी तेजी से व्यतीत होता रहा, संदेहियों का गिरफ़्तारी मेमो और मेडिकल भी सम्बंधित टेबल पर नजर नहीं आया। सूत्र बताते है कि पूछताछ का दौर ख़त्म होते ही, कुछ एक संदेहियों की गिरफ़्तारी से इंकार नहीं किया जा सकता। उधर रायपुर जिला अदालत परिसर में ED के आरोपियों पर लोगो की निगाहे देर शाम तक लगी रही। ED सूत्रों के मुताबिक जुम्मे का दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खास सहयोगियों के लिए मुसीबत का पैगाम ला सकता है।