दिल्ली / रायपुर : छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम के बीच,शक्ति परिक्षण का दौर शुरू हो गया है। एक-दूसरे गुटों की शिकायत के बाद अब AICC को हस्तक्षेप करना पड़ रहा है। पार्टी ने छत्तीसगढ़ पीसीसी प्रभारी महामंत्री सहित दो नेताओं को कारण बताओं नोटिस जारी किया है। सूत्र बता रहे है कि 3 दिन पहले मुख्यमंत्री बघेल की दिल्ली में संगठन से जुड़े नेताओ से मेल-मुलाकात के बाद AICC को मरकाम गुट के नेता अमरजीत चावला को नोटिस जारी करना पड़ा।
बताते है कि पार्टी सम्मलेन का हालिया जायजा लेने रायपुर पहुंचे किसी वेणुगोपाल और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के समक्ष दोनों गुटों के बीच तीखी झड़प की ख़बरें सामने आई थी। बताते है कि मामले ने इतना तूल पकड़ा था कि,मुख्यमंत्री बघेल को अपने पूर्व निर्धारित के दिल्ली जाना पड़ा था। सूत्रों का दावा है कि, इसी विवाद के चलते अमरजीत चावला को आलाकमान को अपनी सफाई देनी पड़ रही है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने छत्तीसगढ़ पार्टी संगठन के दो वरिष्ठ नेताओं को कारण बताओ नोटिस भेजा है। पीसीसी के संगठन प्रभारी महामंत्री अमरजीत चावला के अलावा आदिवासी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम को भी नोटिस भेजा है।
बताते है कि इन्हे जवाब देने के लिए सात दिनों की मियाद भी दी गई है। अरविन्द नेताम बस्तर में इन दिनों काफी सुर्ख़ियों में है। बताते है कि आदिवासियों के हितो से जुड़े मुद्दों को जोर-शोर से उठाने के चलते उन्हें व्यापक समर्थन मिल रहा है। बस्तर के सैकड़ो गांव में स्व. महेंद्र कर्मा के बाद अरविन्द नेताम का सिक्का चल रहा है।
उधर,यह भी खबर आ रही है कि इन दोनों नेताओं की मुख्यमंत्री गुट से विचारधारा की लड़ाई चल रही है। हालांकि अभी तक दोनों नेताओ की ओर से सार्वजनिक रूप से पार्टी और सरकार के खिलाफ बयानबाजी का कोई ठोस मामला सामने नहीं आया है। बताते है कि सरकार में भ्रष्टाचार और संगठन में अनुशासनहीनता को लेकर दोनों गुटों के बीच संघर्ष उफान पर है। हालांकि दोनों ही नेताओ की ओर से कारण बताओ नोटिस को लेकर कोई बयान सामने नहीं आया है,और ना ही नेताओ ने बयान की आधिकारिक पुष्टि की है।