कई ऑनलाइन एप्स से देश भर में करोड़ों रुपए की ठगी का खुलासा,रायपुर पुलिस ने 2 अंतर्राज्यीय आरोपी को किया गिरफ्तार

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रायपुर। ऑनलाइन लोन देने का झांसा देकर देशभर में करोड़ों की ठगी के मामले का खुलासा हुआ है। आरोपी लोगों का भरोसा जीतकर अपना शिकार बनाते थे। आरोपी विभिन्न ऑनलाइन लोन एप के माध्यम से देशभर में ठगी करते थे। राजधानी रायपुर के टिकरापारा थानां इलाके के एक मामले में पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में सफलता मिली।पुलिस के मुताबिक आरोपी कुंदन सिंह (47 साल) निवासी ग्राम द्वाराटाट थाना द्वाराटाट जिला अल्मोड़ा (उत्तराखण्ड)। हाल पता – सेक्टर 17 द्वारका दिल्ली औरराहुल बड़वाल (37 साल) निवासी ग्राम डूहुम महवाला थाना भरवाई जिला उना हिमांचल प्रदेश,हाल पता सेवक पार्क द्वारका मोड़ थाना उत्तम नगर दिल्ली है। पीड़ितों से लोन की रकम अदा करने के बाद भी आरोपी अवैध तरीके से जबरन रकम वसूलते थे। पीड़ित के साथ-साथ उनके रिश्तेदारों एवं परिचितों को भी लगातार फोन कर गाली गलौज कर रकम की मांग करते थे।आरोपी ठगी करने के लिए दिल्ली के द्वारका में खोल काॅल सेंटर खोल रखे थे। आरोपियों की ओर से काॅल सेंटर में अन्य लोगों को ठगी करने का प्रशिक्षण दिया जाता था।

आरोपी ऑनलाइन लोन के नाम पर देश भर में अनेक पीड़ितों को अपना शिकार बनाकर अब तक करोडों रुपए की ठगी कर चुके हैं। आरोपियों के कब्जे से घटना से संबंधित 9 कम्प्यूटर माॅनिटर,6 की-बोर्ड,9 कम्प्यूटर सीपीयू., 2 मुख्य सर्वर सीपीयू., 1 सीसीटीव्ही. कैमरे का डी.व्ही.आर., 1 इंटरनेट बाॅक्स और 2 सिम बाॅक्स (32 पाॅट एवं 8 पाॅट वाला) एवं 8 नग मोबाइल फोन जब्त किया गया है।राजधानी रायपुर के इस मामले में हुई गिरफ्तारीभाठागांव टिकरापारा रायपुर निवासी महिला ने थाना टिकरापारा में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

महिला ने अपने मोबाइसल फोन में अलग – अलग एप के माध्यम से ऑनलाइन कुल 55,000 रुपए लोन लिया था। उसने एप के माध्यम से लोन की रकम अदा कर दी थी। कुछ दिनों बाद प्रार्थिया के रिश्तेदारों एवं जान पहचान के लोगों को अज्ञात आरोपियों ने अलग – अलग मोबाइल नंबरों से उनके मोबाइल फोन में फोन कर पैसे की मांग की। गाली गलौज किया जाने लगा। इसके साथ ही महिला को प्रतिदिन नए – नए मोबाइल नंबरों से फोन, मैसेज एवं ब्लैक मेल कर पैसों की मांग की जा रहीं थी। महिला ने अलग – अलग तिथियों एवं किश्तों में कुल 3,93,998 रुपए आरोपियों के दिए नंबरों में ऑनलाइन जमा किए। रकम जमा करने के बाद भी अज्ञात आरोपियों की ओर से प्रार्थिया एवं उसके रिश्तेदार एवं परिचितों को अलग-अलग नंबरों से फोन कर पैसों की मांग की जा रहीं थी।